Maihar Assembly Seat : मध्य प्रदेश में हाल ही में जिला बने मैहर की शहर सीट से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। बीजेपी ने मैहर सीट से श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दे दिया है। इसके बाद से नारायण त्रिपाठी के कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं। नारायण त्रिपाठी कई बार बयान देकर पार्टी और सीएम शिवराज सिंह चौहान से नाराजगी जला चुके हैं। इसकी बड़ी वजह यह है कि नारायण त्रिपाठी लगातार मैहर को जिला बनाने की मांग कर रहे थे और सीएम शिवराज सिंह ने उनकी बात नहीं मानी।
मैहर को जिला बनाने से पहले रीवा से काटकर मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा कर दी थी। इसके बाद नारायण त्रिपाठी ने इसे मैहर के लोगों और शारदा देवी का अपमान बताया था। साथ ही नारायण त्रिपाठी ने विंध्य की जनता के स्वाभिमान और उनकी भावनाओं से जोड़कर इसे मुद्दा बना दिया था। इसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 5 सितंबर को भोपाल से बैठकर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मैहर को जिला बनाने का ऐलान कर दिया। आज मैहर मध्य प्रदेश का 55वां जिला बन चुका है। कलेक्टर और एसपी यहा बैठने लगे हैं। मैहर को जिला बनाने के बाद शिवराज सिंह यहां के मतदाताओं को साधने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
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नारायण त्रिपाठी ने बनाई विंध्य जनता पार्टी
नारायण त्रिपाठी ने अप्रैल 2023 में अपनी राजनीतिक पार्टी विंध्य जनता पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने घोषणा कर दी कि विंध्य जनता पार्टी विंध्य क्षेत्र की सभी 33 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। त्रिपाठी की इस घोषणा के बाद नारायण की सियासी चाल को मध्य प्रदेश बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व समझ चुका था।
कैसा है नारायण का राजनैतिक सफर
नारायण त्रिपाठी मप्र में समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष रहे और 2003 में पहली बार समाजवादी पार्टी कि टिकट से मैहर से विधायक बने। इशके बाद 2006 में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने। साल 2009 में पार्टी बदली और कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके बाद 2013 में दूसरी बार कांग्रेस की टिकट पर मैहर से विधायक बने। 27 अगस्त 2015 को विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी में शामिल हो गए। फरवरी 2016 में हुए उपचुनावों में बीजेपी के टिकट पर तीसरी बार विधायक बन गए। 2018 में बीजेपी के टिकट पर चौथी बार विधायक बन गए।
कमलनाथ सरकार से कराया था अहम काम
मध्य प्रदेश में 2018 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद नारायण त्रिपाठी ने मैहर को जिला बनाने के लिए नोटिफिकेशन तक जारी करवा दिया था। लेकिन बाद में जब कमलनाथ सरकार गिर गई तो यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। कमलनाथ सरकार गिरने के बाद से नारायण त्रिपाठी लगातार प्रेशर पॉलिटिक्स कर विंध्य से जुडे मामलों को उठा रहे हैं। भोपाल के व्यापमं चौराहे पर लगी पूर्व सीएम अर्जुन सिंह की प्रतिमा तीन सालों से कपडे़ में लिपटी खड़ी थी। नारायण ने विंध्य के लोगों की मौजूदगी में स्वयं प्रतिमा अनावरण करने का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व सीएम की प्रतिमा का अनावरण किया था। हालांकि इस कार्यक्रम में नारायण को नहीं बुलाया गया था।
बगावत के बाद भी बीजेपी ने नहीं लिया एक्शन
नारायण त्रिपाठी पिछले दो साल से बीजेपी और सत्ता पक्ष के नेताओं को निशाना बना रहे हैं। कई बार वे संगठन और सरकार पर खुलकर बयान दे चुके हैं। इसके बाद भी उप पर बीजेपी ने कोई कार्रवाई नहीं की। तकनीकी रूप से वे अभी भी बीजेपी के ही विधायक हैं।
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