Success Story (कर्ण मिश्रा): मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित गदाईपुरा में रहने वाले एक परिवार में उस वक्त सभी लोग खुशी से रोने लगे, जब सालों बाद मां को अपना गुमशुदा बेटा मिला। मां और बेटे के इस मिलाप को देख कर मौके पर मौजूद सभी आंखे नम हो गईं। सालों बाद बेटे को देखते हुए मां के आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे, वहीं बेटा ने भी मां को काफी देर तक गले लगाए रखा। मां की खुशी तब और बढ़ गई जब उसे यह पता चला कि घर से पढ़ाई की वजह से भागने वाला उसका बेटा अब हर महीने लाखों रुपए कमाता है। साल 2018 में घर से भागने वाले आशु राजपूत के जीवन की कहानी बिल्कुल हिंदी फिल्म की कहानी की तरह है।
पिता की डांट से छोड़ा घर
आशु राजपूत ने साल 2018 में पिता की डांट से नाराज होकर 16 साल की उम्र में घर से भाग गया था। परिवार का कहना था कि आशु की पढ़ाई को लेकर घर में हमेशा उसे डांट पड़ती थी। वह कोचिंग नहीं जाता था, पढ़ाई नहीं करता था। इसलिए उसके पिता अक्सर उसे डांटते थे। 20 सितंबर 2018 को भी उसे पढ़ाई के लिए पिता डांटा था, जिससे नाराज होकर आशु घर से भाग गया। अब 6 साल बाद जब वह घर वापस आया तो वह B.Sc से ग्रेजुएट है और एक बड़ी रियल स्टेट कंपनी में लाखों रुपए कमाता है।
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पढ़ाई कर कमा रहा लाखों रुपये
आशु ने बताया कि घर से भाग कर वह सबसे पहले कानपुर गया। वहां उसने 6 से 7 महीने होटल में काम किया, फिर वहां से नोएडा चला गया। यहां उसने होटल में 4 महीने काम किया। नोएडा में भी उसका मन नहीं लगा, तो उसने सीधे मुंबई का रास्ता पकड़ लिया। साल 2019 में वह मुंबई के अंधेरी वेस्ट में पहुंचा। जहां शुरुआत में उसने पान की दुकान पर काम किया। फिर एक होटल में काम करने लगा। इसके बाद कॉल सेंटर और आखिर में रियल स्टेट में काम करने लगा। इस दौरान 10वीं पास आशु ने कभी अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी, उसने पहले 12वीं और फिर B.Sc की पढ़ाई पूरी कर ग्रेजुएट हुआ।
परिवार ने की थी इनाम की घोषणा
वहीं परिवार ने बताया कि आशु के घर से भागने के बाद उन्होंने उसे बहुत ढूंढा, लेकिन जब वह नहीं मिला तो वो लोग पुलिस के पास गए। थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, इसके बाद पुलिस भी आशु को खोजने लगी। कई दिनों तक पुलिस के हाथ भी खाली रहे। इसके बाद लापता आशु की सूचना देने वाले के लिए 10 हजार रुपये इनाम की घोषणा की। उस समय तो पुलिस आशु का पता नहीं लगा पाई, लेकिन कुछ दिनों पहले जब आशु ने मुंबई में सिम खरीदने के लिए अपनी आईडी कार्ड का इस्तेमाल किया, तो पुलिस ने उसका लोकेशन ट्रेस कर लिया और उसे खोज निकाला। इस तरह से पुलिस ने घर से भागे आशु को परिवार से मिलाया।