MP Preeti Parmar Conquered Elbrus Mountain: मध्य प्रदेश की बेटी और पर्वतारोही प्रीति परमार ने महज 12 साल की उम्र में यूरोप के सबसे ऊंचे पर्वत एल्ब्रस की चढ़ाई करने में सफलता हासिल की है। यूरोप के पहाड़ पर भारत का झंडा लगाने वाली 12 साल की प्रीति परमार बुधवार को अपने स्वादेश लौटीं। यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उनसे मंत्रालय में खास मुलाकात की और उन्हें इस सफलता के लिए बधाई दी। बता दे कि सीएम मोहन यादव ने प्रीति परमार को यूरोप जाने के लिए 4 लाख की आर्थिक मदद भी की थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से आज मंत्रालय में सीहोर जिले की बिटिया, पर्वतारोही कु. प्रीति परमार ने भेंट की। प्रीति ने अपने अद्वितीय साहस और संकल्प से यूरोप के सबसे ऊंचे पर्वत एल्ब्रस की चढ़ाई में सफलता प्राप्त की है।
---विज्ञापन---मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बेटी प्रीति की इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर… pic.twitter.com/lrLyRcYMcg
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 21, 2024
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कामयाबी का सारा श्रेय
पर्वतारोही प्रीति परमार ने अपनी इस सफलता और कामयाबी का सारा श्रेय अपने परिवार और बड़े भाई चेतन परमार को दिया है जो उनके कोच और मार्गदर्शक भी हैं। प्रीति परमार ने बताया कि यूरोप जाने के लिए सीएम मोहन यादव ने विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर की सिफारिश पर 4 लाख की आर्थिक मदद दी थी। इससे प्रीति को इस साहसिक अभियान में सफलता हासिल करने में किसी तरह की कोई आर्थिक परेशानी नहीं हुई।
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15 अगस्त का था प्लान
प्रीति परमार ने बताया कि उन्होंने बिते 16 अगस्त रात को 1:00 बजे बेस कैंप से चढ़ाई शुरू की और 9 घंटे के अंदर शिखर तक पहुंच गईं। इस दौरान प्रीति के साथ उनके भाई चेतन परमार भी थे, जिन्होंने भी पहली ही कोशिश में इस पर्वत को फतह दर्ज किया। प्रीति ने बताया कि उनकी प्लानिंग थी कि वह 15 अगस्त को पर्वत के शिखर पर पहुंचेंगे, लेकिन खराब मौसम की वजह से उन्हें यह प्रोग्राम पॉस्टपोन्ड करना पड़ा। प्रीति की इस सफलता ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है।