Madhya Pradesh Weather: मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से गर्मी के असर देखने को मिल रहा है। मार्च में ही मई-जून वाली गर्मी पड़ रही है। इस बीच जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर, भोपाल, शहडोल और ग्वालियर डिवीजन में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों के दौरान तापमान में और गिरावट आ सकती है। इस दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश समेत कई हिस्सों में बारिश होने की संभावना है।
बता दें, 24 घंटे बाद सिंगरौली, रीवा, जबलपुर और दमोह तक बादल छाए रह सकते हैं। इनके कारण मध्य प्रदेश के कई इलाकों में ओलावृष्टि होगी। भिंड में हुई बारिश के पीछे नए सिस्टम का एक्टिव होना मौसम विभाग ने बताया है। इसके अलावा, पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी की वजह से राज्य में मिनिमम टेंपरेचर में हल्की गिरावट देखने को मिली है। आईएमडी के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान चंबल डिवीजन के जिलों में बारिश दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान में उछाल
इंदौर और उज्जैन डिवीजन के जिलों में नॉर्मल से करीब 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा तापमान दर्ज हुआ। अगले 24 घंटे के दौरान मौसम विभाग ने भिंड, मुरैना, टीकमगढ़, पन्ना, छतरपुर, झाबुआ और रतलाम जिले में बारिश की संभावना जताई है।
ये शहर सबसे गर्म रहे
- शनिवार को नर्मदापुरम जिला प्रदेश का सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
- खजुराहो, कन्नौद और टीकमगढ़ में तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस रहा। शिवपुरी, राजगढ़, नौगांव और कल्याणपुर में भी तापमान 38 से 39 डिग्री के बीच दर्ज किया गया।
- जबलपुर में 17 डिग्री सेल्सियस सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। ग्वालियर में 18.5 डिग्री, उज्जैन में 19 डिग्री, भोपाल में 19.6 डिग्री और इंदौर में 20.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
- शहडोल जिले के कल्याणपुर शहर में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडा रहा।
मार्च महीने की बात करें तो सबसे ज्यादा तापमान 30 मार्च 2021 को 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। सबसे कम न्यूनतम तापमान 9 मार्च 1979 को 6.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ था। वर्तमान में पश्चिमी अफगानिस्तान में एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय है, जिसके कारण मध्य प्रदेश के तापमान में इजाफा देखने को मिल रहा है।
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