MP News: मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार चुनावी साल में एक बार फिर कर्ज लेने जा रही है। बताया जा रहा है कि इस बार सरकार फिर से चार हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेगी। इस बात की जानकारी वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने दी है।
विकास कार्यों के लिए लिया जाता है कर्ज
वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने बताया कि सरकार चार हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। क्योंकि कर्ज विकास कार्यों के लिए लिया जाता है। प्रदेश में बढ़ता सिंचाई का रकबा, बढ़ते मेडिकल कॉलेज, सीएमएस स्कूलों और कॉलेज का विकास, तालाब, स्टॉप डेम और सड़कों के विकास के लिए ही हमारी सरकार कर्ज ले रही है। क्योंकि मध्य प्रदेश में लगातार विकास के काम हो रहे हैं। जिसके लिए कर्ज की जरुरत पड़ती है।
कमलनाथ-दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि ‘हिंदुस्तान में सभी सरकारें कर्ज लेती हैं। मध्य प्रदेश में लगातार विकास कार्य किए जा रहे हैं। जबकि नियमों के तहत कर्ज लेते हैं और ब्याज भी समय पर चुकाते हैं। लेकिन पहले की दिग्विजय और कमलनाथ सरकार ने भी कर्ज लिया था। लेकिन तब कर्ज लेकर घी पिया गया। कर्ज की राशि से एक ईट भी नहीं लगाई। क्योंकि कांग्रेस झूठ बोलने की राजनीति करती है। लेकिन शिवराज सरकार तमाम योजनाओं पर काम कर रही है। इसलिए कर्ज लिया जाता है। जो एक सामान्य प्रक्रिया होती है।’
बता दें कि अब तक शिवराज सरकार ने 31 जनवरी को सरकार ने 2 हजार करोड़ कर्ज लिया था। इसके बाद 4 फरवरी को 3 हजार करोड़ रुपए कर्ज लिया था। 14 फरवरी को भी 3 हजार करोड़ का कर्ज लिया था। फिर 28 फरवरी को तीन हजार करोड़ कर्ज लिया था। 6 मार्च को भी तीन हजार करोड़ रुपए कर्ज था। 23 मार्च को भी चार हजार करोड़ रुपए कर्ज लिया था। जबकि अब सरकार फिर चार हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले रही है।