MP News: शिवराज सरकार इस बार बारिश के मौसम के पहले बांधों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट पर नजर आ रही है। क्योंकि पिछले साल हुई कारम डैम की घटना के बाद सरकार इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। ऐसे में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने अधिकारियों के साथ बैठक करके बारिश के मद्देनजर बांधों की सुरक्षा और बाढ़ की आपात स्थितियों को लेकर समीक्षा बैठक की है।
गलती पर होगी कार्रवाई
मंत्री तुलसी सिलावट ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बैठक में अफ़सरों को मंत्रियों की दो टूक बारिश-बाढ़ के दौरान किसी भी तरह की गलती सामने नहीं आनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो फिर सख्त कार्रवाई के लिए सभी तैयार रहें। मंत्री ने प्रदेश के सभी बांधों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट बनाने के भी सख्त निर्देश दिए हैं।
सीसीटीवी से होगी बांधों की निगरानी
वहीं बारिश का पानी भरने से बांध के सभी गेट को खोलने और बंद करने के दौरान परिस्थितियों का आकलन किया जाए, अभी से सभी सुधार कार्य शुरू कर दिए जाएं ताकि आखिरी वक्त में परेशानी न हो। नहरों की सफाई और मरम्मत के काम 10 दिन में पूरे करने के टारगेट भी दिए हैं। खास बात यह है कि अब प्रदेश के सभी बांधों की निगरानी सीसीटीवी से की जाएगी। इसके अलावा बांधों के पास जो अतिक्रमण किए गए हैं, उन्हें भी पूरी तरह से हटाए जाने के निर्देश दिए हैं।
कारम डैम ने उड़ा दी थी अफसरों की नींद
दरअसल, पिछले साल धार जिले में कारम डैम में हुए लीकेज ने अधिकारियों की नींद उड़ा दी थी। क्योंकि 301 करोड़ की लागत से बने कारम डैम में लीकेज आ गया था। जिससे 18 गांवों पर सीधा संकट था। ऐसे में आनन-फानन में डैम को बचाने के लिए उसे खाली कराया गया था। इस डैम के लीकेज की वजह से फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा था। क्योंकि डैम का पानी फसलों में भर गया था।