Indore Metropolitan City: मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार इंदौर को मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाने के लिए तेजी से काम कर रही है। इसी को लेकर इंदौर मेट्रोपॉलिटन रीजनल प्लान तैयार हो रहा है, जिसमें इंदौर के अलावा उज्जैन, शाजापुर, धार और देवास को शामिल किया गया है। इस योजना को फाइनल टच देने के लिए इंदौर कलेक्टोरेट में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया। योजना से जुड़े कई अहम सुझाव बैठक में आए, जिन्हें अंतिम प्लानिंग में शामिल किया जाएगा। इसके बाद इस प्रस्ताव को राज्य सरकार की कमेटी के पास भेजा जाएगा।
इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
बैठक में इंदौर डेवलपमेंट अथॉरिटी (IDA) द्वारा तैयार किए गए मेट्रोपॉलिटन प्लान का प्रेजेंटेशन दिया गया। इसमें 5 जिलों के विकास पर चर्चा की गई। हालांकि, इस अहम बैठक में चार जिलों के सांसद, 20 एमएलए, 3 महापौर, 2 नगर पालिका अध्यक्ष और 4 कलेक्टर शामिल होने थे, लेकिन कई जन प्रतिनिधि व्यस्तता की वजह से इसमें शामिल नहीं हो सके।
मेट्रोपॉलिटन प्लान में जिलों की भागीदारी
- इंदौर जिले का 100% भाग
- उज्जैन का 45%
- देवास का 29.72%
- धार का 7%
- शाजापुर का 0.54%
प्लान तैयार किया गया
इसके अलावा यह भी प्रस्ताव रखा गया कि इस मेट्रोपॉलिटन रीजन में इंडस्ट्रियल इस्टेट के लिए अलग से एक अथॉरिटी बनाई जाए। इस प्रस्ताव को 7 दिन के भीतर प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। इसमें इंडस्ट्रियल इस्टेट के लिए अलग से समिति बनाने की भी मांग की गई है, ताकि यह एरिया आर्थिक रूप से ज्यादा मजबूत हो पाए। बता दें, इंदौर मेट्रोपॉलिटन सिटी की योजना को नए ढंग से तैयार किया जा रहा है। इसमें इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट, ट्रांसपोर्ट, इंफ्रास्ट्रक्चर और पॉपुलेशन डेंसिटी को ध्यान में रखकर प्लान तैयार किया गया है।
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