MP Congress: मध्य प्रदेश में एआईसीसी डेलीगेट्स की सूची आने के बाद कांग्रेस में ही सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि कांग्रेस ने एक व्यक्ति एक पद का फैसला किया था। लेकिन कांग्रेस के कई नेताओं को प्रदेश कांग्रेस के साथ-साथ एआईसीसी डेलीगेट्स में भी जगह मिली है। जबकि कई बड़े नेताओं को इस सूची में शामिल नहीं किया गया। ऐसे में कांग्रेस ने अब बड़ा ऐलान किया है।
इन नेताओं को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारियां
दरअसल, एआईसीसी डेलीगेट्स एक ही परिवार को दो-दो सदस्यों को जिम्मेदारियां दे दी गई। जबकि कई बड़े नेताओं के नाम इस सूची में शामिल नहीं थे। ऐसे में सवाल उठने शुरू हो गए। जिसके बाद कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि जिन नेताओं को एआईसीसी डेलीगेट्स में जगह नहीं दी गई है, उन्हें आने वाले वक्त में संगठन में बड़ी जिम्मेदारियां दी जाएगी। बताया जा रहा है कि 200 एआईसीसी डेलीगेट्स की सूची भेजी गई थी, जिसमें से 99 नेताओं को ही जगह मिली।
एआईसीसी डेलीगेट्स की नई सूची में कांग्रेस के कई अहम नेताओं को जगह नहीं मिली है, जिनमें अरुण यादव के विधायक भाई सचिन यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री असलम शेरखान जैसे नेताओं को इस बार कोई पद नहीं मिला। जबकि इनके पास पहले से जो पद थे, वह भी हाथ से निकल गए हैं। ऐसे में बताया जा रहा है कि कई नेताओं में नाराजगी है। लेकिन बताया जा रहा है कि कांग्रेस जल्द ही संगठन में इन नेताओं को बड़ी जिम्मेदारियां दे सकती है।
एक ही परिवार के दो नेता
दरअसल, सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि एआईसीसी डेलीगेट्स की जो नई सूची आई है, उसमें एक ही परिवार के दो नेता शामिल हैं। जिसमें कमलनाथ के साथ उनके बेटे नकुलनाथ, दिग्विजय सिंह के साथ उनके बेटे जयवर्धन सिंह, कांतिलाल भूरिया के साथ उनके बेटे विक्रांत भूरिया का नाम शामिल है। इसके अलावा जीतू पटवारी, विभा पटेल, नूरी खान, जेपी धनोपिया सहित कई ऐसे नेता हैं, जिनके पास एक से ज्यादा पद पार्टी में हैं। यही वजह है कि कांग्रेस की इस सूची पर सवाल उठे थे।
बता दें कि 2023 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस संगठन में भी लगातार बदलाव कर रही है। बताया जा रहा है कि जल्द ही कांग्रेस संगठन में कुछ और भी बड़े बदलाव करेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस कुछ नेताओं को बड़ी जिम्मेदारियां दे सकती है।