मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने महिलाओं को लेकर एक बयान दिया है। पटवारी ने दावा किया है कि मध्य प्रदेश की महिलाएं सबसे ज्यादा शराब पीती हैं। जीतू पटवारी के इस बयान के बाद से प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव से लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जीतू के इस बयान की निंदा की है। सीएम ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रदेश की महिलाओं का अपमान किया है। उन्होंने प्रदेश की लाडली बहनों को शराब कहा है।
महिलाओं पर क्या बोले जीतू पटवारी?
कांग्रेस अध्यक्ष मंगलवार को एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशाखोरी, बेरोजगारी और कुपोषण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। साथ ही प्रदेश पर एक बड़ा कलंक भी लगा है। जिसमें बताया गया है कि देश में सबसे ज्यादा शराब एमपी की महिलाएं पीती हैं। मुख्यमंत्री ने इससे निजात पाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। पटवारी ने कहा कि हमारी बहन-बेटियां नशा करने लगी हैं, लाडली बहना के नाम पर वोट लिए गए और मध्य प्रदेश में बहनें सबसे ज्यादा नशा करती हैं। इस पर विचार किया जाना चाहिए।
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सीएम ने पटवारी को पद से हटाने की मांग की
सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने महिलाओं पर टिप्पणी करके अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया है। पीएम मोदी महिलाओं को 33% आरक्षण देकर लोकसभा और विधानसभा में जोड़ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार ने कभी आरक्षण नहीं दिया, बहनों को कभी सम्मान नहीं दिया, उनके लिए कभी कोई योजना नहीं चलाई और उल्टा कांग्रेस द्वारा बहनों को शराबी कहना पूरे प्रदेश की बहनों का अपमान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाडली बहनों को शराबी कहना दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से माफी मांगने और पटवारी को पद से हटाने की मांग की है।
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जीतू पटवारी महिलाओं से मांगे माफी
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि राहुल गांधी के चहेते जीतू पटवारी द्वारा प्रदेश की नारी शक्ति को शराबी कहकर अपमानित करने वाले शर्मनाक बयान की जितनी भी निंदा की जाए कम है। ऐसे पवित्र दिन पर नारी शक्ति के विरुद्ध ऐसी अभद्र और अपमानजनक भाषा का प्रयोग न केवल भारतीय संस्कृति का अपमान है, बल्कि करोड़ों महिलाओं की आस्था का भी अपमान है। नारी शक्ति के विरुद्ध अपने अभद्र बयान के लिए जीतू पटवारी को महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।