MP Assembly Election: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की दूसरी सूची आने के बाद कई प्रत्याशियों का विरोध दूसरे दिन भी जारी है। प्रदेश में शनिवार को शाजापुर जिले के शुजालपुर, निवाड़ी, दतिया जिले की सेवढ़ा और मंदसौर की पिपलियामंडी सीट के प्रत्याशियों के खिलाफ असंतुष्ट कार्यकर्ता भोपाल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पीसीसी कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और उनके बेटे विधायक जयवर्धन सिंह का पुतला जलाया और कार्यालय के अंदर दिग्विजय सिंह की फोटो पर कालिख पोतकर तोड़फोड़ भी की।
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष दामोदर सिंह यादव ने अपने समर्थकों के साथ विरोध जताया। उन्होंने दिग्विजय सिंह पर ओबीसी का हक मारकर अपने रिश्तेदारों को टिकट देने का आरोप लगाया तथा दामोदर ने इस्तीफा देकर प्रदेश की 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है।
कमलनाथ के घर के बाहर कार्यकर्ताओं का जमावड़ा
प्रदेश में अपनी विधानसभा में घोषित हुए प्रत्याशियों से नाराज कार्यकर्ता कमलनाथ के बंगले के बाहर डेरा जमाए हुए हैं। वे सुबह से ही यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दोपहर में बंगले के बाहर ही पंगत लगाकर कार्यकर्ताओं ने भोजन किया। इस दौरान कार्यकर्ता अपने विधानसभा में टिकट बदलने की मांग कर रहे हैं।
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खातेगांव में दीपक जोशी को दिखाए गए काले झंडे
कांग्रेस प्रत्याशी दीपक जोशी टिकट मिलने के बाद पहली बार शनिवार को खातेगांव पहुंचे थे। इस दौरान वे नेमावर में मां नर्मदा और भगवान सिद्धनाथ के दर्शन करने वाले थे, इससे पहले ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोककर काले झंडे दिखाए और मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उनकी कार के कांच तक फोड़ दिए। इसके बाद जोशी के गार्ड कार्यकर्ताओं की भीड़ में फंस गए और उनके साथ भी धक्कामुक्की भी हुई। हंगामें के बीच जोशी गाड़ी में से निकले कुछ देर रुके और फिर साथियों के साथ नेमावर चले गए।
बीजेपी से आए प्रत्याशियों को मिल रहा टिकट
विधानसभा मल्हारगढ़ से आए कार्यकर्ता प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने नारेबाजी कर रहे हैं। मंदसौर जिला कांग्रेस महामंत्री अशोक खीची ने कहा कि गद्दार सिंधिया समर्थक परशुराम सिसौदिया को टिकट दे दिया गया, जबकि मल्हारगढ़ में अशोक खीची वर्षों से इस सीट पर काम कर रहे हैं। उन्हें टिकट मिलना था, लेकिन जो भाजपा में से कांग्रेस में आ रहे हैं उन्हें टिकट मिल रहा है और अगर मल्हारगढ़ से प्रत्याशी नहीं बदला गया तो निश्चित ही यहां कांग्रेस की हार होगी।