Gwaliors gurjar disturbance case: गुर्जर महाकुंभ के बाद हुए उपद्रव को लेकर लगातार पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। गौरतलब है कि हजारों लोगों की भीड़ ने महाकुंभ के बाद कलेक्ट्रेट सहित अन्य इलाकों में जमकर बवाल किया था। अब मामले में पुलिस ने भीड़ को उकसाने के आरोपों के चलते कांग्रेस विधायक और कई नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। मामले में मुरैना के कांग्रेस विधायक राकेश मवई पर FIR दर्ज की गई है।
उधर, ग्वालियर के कांग्रेस नेता साहब सिंह पर के खिलाफ भी पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस की ओर से बताया गया है कि अभी तक लगभग 11 उपद्रवियों को काबू करके जेल भेजा गया है। वहीं, 6 आरोपी अभी फरार बताए गए हैं। जिनके खिलाफ तीन-तीन हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस की ओर से अनुशंसा की गई है कि 50 लोगों के हथियारों के लाइसेंस रद किए जाएं। ये वही लोग हैं, जो उपद्रव में शामिल थे।
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यूपी के दो नेताओं को भी किया गया है नामजद
इस मामले में पुलिस यूपी के एक विधायक और सांसद को भी नामजद कर चुकी है। बिजनौर के एमपी मलूक नागर और सरधना से विधायक अतुल प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में यूनिवर्सिटी थाने में बलवा का केस दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि ग्वालियर कलेक्ट्रेट पर समाज की मांगों को लेकर गुर्जर समाज की ओर से रैली का आयोजन किया गया था। जिसके बाद भड़के लोगों ने जमकर हंगामा किया था। पथराव करके एसपी और डीसी की गाड़ियां तोड़ दी गई थीं। ये सभी लोग ग्वालियर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने आए थे। जिसके बाद काफी नुकसान सरकारी संपत्ति को पहुंचाया गया था।
पुलिस ने बल प्रयोग कर काबू किया था दंगा
सोमवार को हुए मामले में देशभर से गुर्जर समाज के लोग जुटे थे। प्रशासन से सभा के लिए परमिशन मांगी गई थी। दोपहर को 3 बजे ये लोग ज्ञापन देने आए थे। यह रैली मिहिर भोज की प्रतिमा पर विवाद के चलते गुर्जर समाज की ओर से निकाली गई थी। समाज के लोग अपनी मांगों को पूरा करने के लिए हुंकार भर रहे थे। गुर्जर समाज ने मिहिर भोज के नाम वाली पट्टी, जो शहर में लगी है, में अपना सरनेम जोड़ दिया था। लेकिन लोगों को बाद में पता लगा कि इसको ढक दिया गया है। जिसके बाद ये लोग उग्र हो गए थे। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ भीड़ को कंट्रोल किया था।