Girl Wedding With Laddu Gopal: देशभर में कई सारे भक्त लड्डू गोपाल की सेवा करते हैं और उन्हें अपने साथ-साथ हर जगह लेकर चलते हैं। कई लोग तो इनकी भक्ति में इतने लीं हो जाते हैं कि अपना सारा जीवन उनके नाम कर देते हैं। इस बीच, एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बन गई है। इस शादी को जिसने भी देखा वह दंग रह गया। शायद किसी ने भी ऐसा अद्भुत नजारा पहले कभी नहीं देखा होगा।
ढोल-नगाड़े के साथ पहुंची लड्डू गोपाल की बारात
दरअसल, भगवान लड्डू गोपाल आज दूल्हा बनकर मथुरा वृंदावन से अपनी बारात लेकर ग्वालियर गए, जहां उनकी शादी शिवानी से हुई। शादी बिल्कुल पारंपरिक रीति रिवाज के साथ हुई। बारातियों का स्वागत सत्कार हुआ और ढोल-नगाड़े भी बजाए गए। परिवार के रिश्तेदार भी शादी में शामिल हुए। सभी शादी से बेहद खुश और नाचते हुए दिखाई दिए। उन्हें खुशी है कि उनके दामाद खुद भगवान कृष्ण बने हैं। आज रामनवमी के पावन पर्व पर ग्वालियर की शिवानी ने भगवान लड्डू गोपाल के साथ-सात फेरे लिए। ग्वालियर की कैंसर पहाड़ी पर स्तिथ मंदिर में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में यह शादी समारोह संपन्न हुआ।
शादी के बाद कहां रहेगी दुल्हन?
आपको बता दें कि भगवान लड्डू गोपाल की बारात में तकरीबन एक दर्जन बाराती शामिल हुए। इनमें साधु-संत भी आए। उन्हें बड़ी खुशी है कि वह भगवान लड्डू गोपाल की बारात में बाराती बनकर आए। दुल्हन को अपने साथ वृंदावन के एक आश्रम में विवाह कर ले जाएंगे। आज सात फेरे की रस्म के बाद गुरुवार सुबह शिवानी की विदाई होगी, विदाई के बाद शिवानी अपनी ससुराल मथुरा वृंदावन के लिए रवाना हो जाएगी।
शिवानी को मीराबाई जैसा कहा गया
बाराती इस शादी की तुलना मीराबाई के प्रेम के समान कर रहे हैं। उनका कहना है कि आपने मीराबाई की प्रेम के बारे में सुना होगा लेकिन कलयुग में भी शिवानी मीराबाई जैसी ही है। उन्होंने अपना सारा जीवन भगवान लड्डू गोपाल के नाम कर दिया है। हालांकि, इससे पहले शिवानी मथुरा वृंदावन में संतों के पास गई थी और उन्होंने इस विवाह की बात उनके सामने रखी थी। तो संतो ने उन्हें विवाह करने से रोका था लेकिन शिवानी ठान चुकी थीं कि उन्हें तो अपना सारा जीवन भगवान कृष्ण के नाम करना है। इसलिए आज रामनवमी के पावन अवसर पर उन्होंने पूरे रीति-रिवाज के साथ अपने जीवन की डोर हमेशा के लिए भगवान श्री लड्डू गोपाल के हाथों में दे दी।
शादी से खुश नहीं कई रिश्तेदार
यह सपना उसने बहुत समय पहले देखा था। जो आज साकार हो रहा है। शादी की रस्में बड़े उल्लास और हर्ष के साथ निभाई गईं। शिवानी के कुछ रिश्तेदार तो बहुत खुश हैं लेकिन कुछ रिश्तेदारों को इस शादी से आपत्ति भी है। उनके सगे ताऊ और भैया-भाभी इस शादी समारोह में शामिल नहीं हुए। हालांकि, उनके अधिकतर रिश्तेदार इस अनोखी शादी समारोह में शामिल होकर दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देने पहुंचे।
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