विपिन श्रीवास्तव, देवास: हसीनाओं के हुस्न के जलवे और उनकी अदाओं के हनी में ट्रैप होते ही शुरू हो जाता है ब्लैकमेलिंग और जबरन वसूली का काला कारोबार। जी हां, देवास में ऐसा ही हनी ट्रैप का हाईप्रोफाइल मामला सामने आया है। जिसमें नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर से एक हसीना और दो डॉक्टरों ने मिलकर 9 लाख रुपये ऐंठ लिए। खेल यहीं खत्म नहीं हुआ तो नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर पवन कुमार चिल्लोरिया की शिकायत पर 19 अगस्त को राजस्थान के भीलवाड़ा की रहने वाली जोया उर्फ मोनिशा डेविड, देवास के कैलादेवी रोड निवासी डॉक्टर संतोष दाभाड़े और टोंकखुर्द निवासी डॉक्टर महेंद्र गालोदिया के खिलाफ आईपीसी की धारा 384 और 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
दरअसल, देवास के नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर पवन कुमार चिल्लोरिया ने 11 पेज का आवेदन कोतवाली पुलिस को दिया था जिसमें कहा गया कि उनके पास एक फोन आया। कॉल पर एक महिला ने कहा आप डॉक्टर सिंघल बोल रहे हैं तो डॉ पवन चिल्लोरिया ने कहा नहीं। उन्होंने पूछा- आपको यह नंबर किसने दिया तो महिला ने कहा मैं जोया बात कर रही हूं डॉक्टर सिंघल से बात करना थी, लेकिन आपका नंबर लग गया। फिर दोबारा फोन आया और महिला बोली आपसे बात की तो लगा कि आप अच्छे इंसान हैं आपसे दोस्ती की जा सकती है। बस यहीं से शुरू हुआ सिलसिला और उन्हें हनी के जाल में ट्रैप कर 9 लाख रुपए ऐंठ लिए गए।
11 पेज के आवेदन पर पुलिस ने जांच शुरू की
डॉक्टर के 11 पेज के आवेदन पर पुलिस ने जांच शुरू की और शहर के तीन वकीलों को नोटिस जारी कर उनके भी बयान दर्ज कर लिए हैं। माना जा रहा है कि अभी इसमें कई परतें खुलना बाकी हैं। मामले में परत दर परत कई चेहरे और बेनकाब हो सकते हैं। वहीं गुरुवार सुबह देवास पुलिस ने भीलवाड़ा से हनी गर्ल जोया उर्फ मोनिशा डेविड को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गुरुवार देर शाम आरोपी जोया को लेकर देवास सिटी कोतवाली पहुंची। जहां मीडिया का जमावड़ा लग गया।
मीडियाकर्मियों से आरोपी जोया ने भड़कते हुए कहा कि- पुलिस जांच कर रही है, मुझे पुलिस पर पूरा भरोसा है। आप मीडिया वाले बिना जांच के अपराधी बना देते हो,आपको तो मसाला चाहिए। वहीं पुलिस अब आरोपी जोया को शुक्रवार को कोर्ट में पेश करेगी।