Lumpy Virus: देश के कई राज्यों में लंपी वायरस पशुओं पर काल बनकर टूट रहा है। देश में 11 लाख से अधिक पशु इससे संक्रमित हुए हैं। इसका संक्रमण देश के 12 राज्यों के 165 जिलों में फैला हुआ है। अब तक 60 हजार से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है। वहीं अकेले राजस्थान में लंपी बीमारी से करीब 10.61 लाख से अधिक गोवंश संक्रमित हैं। राजस्थान में ही अब तक 50 हजार से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है।
हालांकि कई इलाकों में सरकारी आंकड़ों पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। वहीं प्रदेश में अभी तक 6,87,375 गोवंश मवेशियों का टीकाकरण किया जा चुका है। इधर लंपी की मार ने राजस्थान के दूध उत्पादन की कमर तोड़ दी है। राजस्थान में दूध संग्रह में हर दिन 3-4 लाख लीटर की कमी देखी जा रही है।
राजस्थान सहकारी डेयरी महासंघ (आरसीडीएफ) के अनुसार जून महीने में संग्रहण केन्द्रों पर प्रतिदिन लगभग 32-33 लाख लीटर दूध इकठ्ठा किया जा रहा था। वर्तमान में यह प्रति दिन 29 लाख लीटर है। सीजन के हिसाब से संग्रह में प्रति दिन 3 से 4 लाख लीटर की कमी होने का अनुमान है।
हालांकि, कम संग्रह होने के बावजूद दूध की डिमांड-सप्लाई बाधित नहीं होने से कीमतों में अभी कुछ खास बढ़ोतरी नहीं देखी गई है। वहीं त्योहारी सीजन में दूध की कम आपूर्ति होने से मिठाईयों के दाम आसमान छूने का अंदेशा जताया जा रहा है।
गौरतलब है कि लंपी एक संक्रामक वायरस है जो मवेशियों के बीच मच्छरों, मक्खियों, जूं और ततैया के सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है। इसके अलावा दूषित भोजन और पानी के सेवन से भी यह फैलता है। इस रोग के कारण मवेशियों को बुखार और शरीर में गांठें पड़ जाती हैं।