नई दिल्ली: झारखंड में सियासी घमासान जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता पर राज्यपाल रमेश वैश्य आज फैसला सुनाएंगे। अवैध खनन पट्टा आवंटन मामले में चुनाव आयोग ने अपनी राय राज्यपाल को भेज दिया है। गवर्नर के रांची पहुंचने के बाद से ही सियासी हलचल तेज हो गई है।
इस बीच झारखंड में आज महागठबंधन विधायकों की सुबह 11 बजे अहम बैठक होनी है। सीएम हेमंत सोरेन के आवास पर ये बैठक बुलाई गई है। जेएमएम ने साफ किया है कि अगर हेमंत के खिलाफ फैसला होता है तो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
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अवैध खनन आवंटन में अपने खिलाफ फैसले की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर तंज कसा है। सीएम हेमंत ने ट्वीट कर कहा कि- पैसे से संवैधानिक संस्था भी खरीद लोगे लेकिन जनसमर्थन कैसे खरीदोगे ?
संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे?
झारखण्ड के हमारे हजारों मेहनती पुलिसकर्मियों का यह स्नेह और यहाँ की जनता का समर्थन ही मेरी ताकत है।
हैं तैयार हम!
जय झारखण्ड! pic.twitter.com/0hSrmhLAsI— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 25, 2022
इस बीच झारखंड सीएम सोरेन के खिलाफ कार्रवाई को बीजेपी अपनी जीत करार दे रही है। मुख्यमंत्री सोरेन के मामले की जांच चुनाव आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 192 के तहत की। इसमें किसी सदस्य को अयोग्य ठहराने का आखिरी फैसला राज्यपाल को करना होता है। RTI के तहत शिवशंकर शर्मा ने PIL डालकर ईडी और सीबीआई जांच की मांग की थी।
वहीं सीएम हेमंत सोरेन को लेकर बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व सीएम रघुवर दास ने कहा कि- उन्होंने राज्य के संसाधनों को लूटने का काम किया है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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