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गुजरात के इस शहर में बनेगा केरल जैसा Water Metro; प्रदेश में जल्द आएगी टेक्निकल टीम

Gujarat Water Metro Project: गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार प्रदेश के सूरत शहर में वॉटर मेट्रो का निर्माण करने वाली है।

Edited By : Pooja Mishra | Updated: Nov 20, 2024 14:55
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Gujarat Water Metro Project

Gujarat Water Metro Project: गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार प्रदेश के विकास का साथ- साथ राज्य के टूरिज्म को बढ़ाने के लिए भी काम कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के अलग- अलग क्षेत्र को आकर्षक टूरिस्ट प्लेस में बदल रही है। इसी के तहत राज्य सरकार प्रदेश में वॉटर मेट्रो का निर्माण किया है। ये वॉटर मेट्रो सूरत शहर से होकर गुजरने वाली तापी नदी में चलेगी। इसके लिए नगर आयुक्त ने अपनी विदेश यात्रा के दौरान कोच्चि वॉटर मेट्रो के टेक्निकल मेंबर्स की एक टीम से भी मुलाकात की।

22 नवंबर को सूरत आएगी टेक्निकल टीम

सूरत कमिश्नर से चर्चा के बाद कोच्चि वॉटर मेट्रो के टेक्निकल मेंबर्स की टीम 22 नवंबर को सूरत आएगी। इस टीम के साथ सूरत नगर पालिका की टीम बैराज के अपस्ट्रीम का दौरा करेगी। सूरत से गुजरने वाली तापी नदी पर बैराज बनाने की कवायद शुरू हो गई है। तापी नदी पर बैराज बनने से सुरती के लिए पेयजल का स्रोत बढ़ेगा। इसके अलावा, तापी नदी में लगातार बाढ़ आने पर परिवहन के लिए इसका उपयोग करने की भी योजना बनाई जा रही है। आज पेश किए गए सूरत नगर पालिका के ड्राफ्ट बजट में तापी रिवरफ्रंट को ध्यान में रखते हुए जल परिवहन को एकीकृत करने का प्रावधान किया गया।

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देश की पहली वॉटर मेट्रो

भारत के कोच्चि क्षेत्र में देश की पहली वॉटर मेट्रो है, उसी तरह अब सूरत में वॉटर मेट्रो बनाने की योजना बनाई जा रही है। कुछ दिन पहले, पेरिस में परिवहन पर एक कार्यशाला में गुजरात सरकार की ओर से प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित सूरत नगर आयुक्त शालिनी अग्रवाल के साथ कोच्चि जल मेट्रो परियोजना के तकनीकी प्रमुख उपस्थित थे। उनके दौरे के बाद सूरत में तापी नदी में वॉटर मेट्रो को लेकर भी चर्चा हुई।

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108 किमी लंबा बीआरटीएस कॉरिडोर

नगर आयुक्त के साथ बैठक के बाद, एसीई भगवागर और उनकी टीम को तापी नदी के दोनों किनारों पर प्रस्तावित बैराज के अपस्ट्रीम क्षेत्र में कोच्चि के विशेषज्ञों की एक टीम को नदी के किनारे के दौरे की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रस्तावित बैराज के अपस्ट्रीम में किन स्थानों पर वॉटर मेट्रो के लिए स्टेशन बनाए जा सकते हैं, जो सूरत में 108 किमी लंबे बीआरटीएस कॉरिडोर को भी जोड़ेंगे? मौके पर जाकर व्यवहार्यता का सत्यापन किया जाएगा।

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Written By

Pooja Mishra

First published on: Nov 20, 2024 02:55 PM

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