Dalit youth dies in Rajkot: गुजरात के राजकोट में दलित की हाॅस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। दलित को पुलिस ने रविवार रात पड़ोस में झगड़े के बाद हिरासत में लिया था। वहीं युवक के परिवार ने कहा कि पुलिस द्वारा प्रताड़ित किए जाने के बाद उसकी मौत हुई है। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने दोषी पुलिस वालों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
वहीं कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि राजकोट के व्यक्ति की पुलिस हिरासत में हत्या की गई है। राजकोट के पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने कहा कि घटना में शामिल पुलिस वालों की पहचान कर ली गई हैं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजकोट के अंबेडकरनगर निवासी हमीर उर्फ गोपाल राठौड़ की शहर के एक निजी हाॅस्पिटल में मौत हो गई। उसे मालवीय नगर थाना पुलिस ने रविवार रात पड़ोस में झगड़ा करने के कारण हिरासत में लिया था।
पुलिस कमिश्नर बोले- दोषियों को नहीं बख्शेंगे
मामले में राजकोट के पुलिस कमिश्नर राजू भार्गव ने कहा कि 30 साल के हमीर गुर्दे और डायबिटीज जैसी बीमारियों से जूझ रहा था। पुलिस उसे किसी और से जुड़ी काॅल के संबंध में थाने लाई थी। इस दौरान उसने हस्तक्षेप करने की कोशिश की। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के बाद वह कोमा में चला गया और दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। फिलहाल हमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
गुजरात में कस्टोडियल हत्या की एक और घटना सामने आई है।
---विज्ञापन---राजकोट के दलित युवक हरेश राठौर को पुलिस ने उनकी हिरासत में इतना पीटा की आज उसकी मौत हो गई।@dgpgujarat @GujaratPolice @CMOGuj मामले का संज्ञान ले और तुरंत कार्यवाही करे। pic.twitter.com/Nz0uwj0dIm
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) April 16, 2024
पत्नी ने दर्ज करवाई एफआईआर
हमीर की पत्नी गीता ने अपनी शिकायत में कहा कि अंबेडकर नगर से सटे खोडियार नगर में रहने वाले राजू सोलंकी नाम के शख्स का रविवार रात अपने पड़ोसी से झगड़ा हो गया राजू का बेटा जयेश हमारे घर घर आया और कहने लगा कि उसके पड़ोसी ने पुलिस बुला ली है जयेश ने हमीर से कहा कि अगर वह हस्तक्षेप करे तो मामला सुलझ सकता है। इसके बाद हमीर जयेश के साथ चला गया।
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बेहोशी की हालत में लाए थे घर
एफआईआर के अनुसार गीता की सास केशर ने पड़ोसी नानजीभाई को घटना के बारे में सूचित किया इसके बाद वे मालवीय नगर पुलिस स्टेशन गए वे रात में सोमवार को 1 बजे हमीर को अपने स्कूटर में बेहोशी की हालत में घर लेकर आए। गीता ने बताया कि जब वे घर आए तो कोमा में थे। उन्होंने टाॅयलेट भी अंदर ही कर दी थी जिसके बाद वह उनके कपड़े बदल रही थी इस दौरान मैंने उनके शरी पर लगे चोटों के निशान देखें थे। गीता की शिकायत के आधार पर मंगलवार सुबह मालवीय नगर थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 307 और 323 के तहत मामला दर्ज किया गया है।