गुजरात के अहमदाबाद में सोमवार को अवैध निर्माण पर अहमदाबाद महानगर पालिका का बुलडोजर गरजा। सरखेज इलाके में सरकारी जमीन पर बना नजीर वोरा का अवैध मकान जमींदोज किया गया। हैरानी की बात है यह कि नजीर ने यह कब्जा पिछले 10 सालों से कर रखा था।
शहर में अवैध निर्माण और अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन अभियान चला रहा है। नजीर वोरा पहले से ही कई मामलों में आरोपी है। बताया जा रहा है कि सरखेज इलाके में तोड़े गए अवैध ढांचे की कीमत करीब 20 करोड़ रुपये थी। बुलडोजर कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। इस तरह की कार्रवाई गुजरात के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिली है, जहां बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हटाए जा रहे हैं।
शहर में तोड़े गए 4 हजार से ज्यादा अवैध निर्माण
अहमदाबाद में हाल ही में 2.5 लाख वर्ग मीटर से ज्यादा अतिक्रमण हटाया गया और 4000 से अधिक अवैध निर्माण तोड़े गए हैं।
अवैध नागरिकों के अड्डों पर हुई कार्रवाई
बीते 29 और 30 अप्रैल को प्रशासन ने चंडोला तालाब पर अभियान के पहले चरण में लगभग 3 हजार अवैध मकानों को ध्वस्त किया गया था, जिनमें ज्यादातर अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के थे। दूसरे चरण में भी प्रशासन ढाई हजार से ज्यादा अवैध निर्माणों को निशाना बना रहा है। बता दें कि गुजरात पुलिस ने पिछले कुछ हफ्तों में हजारों अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है, जिनमें से बड़ी संख्या में अहमदाबाद में रह रहे बांग्लादेशी भी शामिल हैं।
1970-80 के दशक में कब्जों की शुरुआत
चंदोला तालाब का इलाका लंबे समय से अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों का गढ़ बना हुआ था, जहां मानव तस्करी और जाली दस्तावेजों का जाल फैला हुआ था। इस इलाके में अवैध कब्जे की शुरुआत 1970-80 के दशक में हुई, जब यहां बड़ी संख्या में प्रवासी बस्तियां बसाई गईं। 2002 में एक NGO ने इस क्षेत्र में सियासत नगर नाम से बस्ती बसाई थी। इसके बाद 2010 से 2024 के बीच चंदोला झील की जमीन पर अवैध कब्जों में तेजी आई। प्रशासन के अनुसार, इस इलाके में लोगों ने बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण किए, जिनमें कई अवैध बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल थे।