---विज्ञापन---

गुजरात

गुजरात में AAP को तगड़ा झटका, विधायक उमेश मकवाना ने पार्टी के सभी पदों से दिया इस्तीफा

Gujarat AAP MLA Resigns: गुजरात में आम आदमी पार्टी के विधायक ने 2 पदों से इस्तीफा दे दिया है। विसावदर उपचुनाव में जीत के जश्न के बीच विधायक की नाराजगी को पार्टी के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है। दरअसल, विधायक उमेश मकवाना पार्टी से नाराज चल रहे हैं।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Khushbu Goyal Updated: Jun 26, 2025 13:58
Umesh Makwana | Gujarata AAP | Arvind Kejriwal
विधायक उमेश मकवाना काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं।

AAP MLA Umesh Makwana Resigns: गुजरात में विसावदर उपचुनाव में जीत का जश्न मना रही आम आदमी पार्टी को जोरदार झटका लगा है। क्योंकि गुजरात की बोटाद विधानसभा से पार्टी के विधायक उमेश मकवाना ने सचेतक और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक लेटर जारी करके इस्तीफे की सूचना दी। लेटर में उन्होंने लिखा है कि मेरी सामाजिक सेवाएं कम हो रही हैं, इसलिए मैं आम आदमी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं अब पार्टी के लिए एक कार्यकर्ता के तौर पर काम करूंगा। हालांकि उन्होंने विधायकी छोड़ने से इनकार किया है, लेकिन उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अरविंद केजरीाल से उन्हें सभी जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया है।

 

---विज्ञापन---

पार्टी से नाराज हैं उमेश मकवाना

पार्टी सूत्रों के अनुसार, मकवाना के इस्तीफे की वजह पार्टी से उनकी नाराजगी है। उमेश मकवाना काफी समय से आम आदमी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। न वे पार्टी विधायकों की कॉल उठाते हैं और न ही वापस फोन करते हैं। वे पार्टी के सभी कार्यक्रमों से भी नदारद रहते हैं। अब से पहले भी कई बार मकवाना के इस्तीफे की चर्चा हो चुकी है, लेकिन वे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अफवाहों का खंडन कर देते थे, लेकिन इस बार उन्होंने वाकई सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।

लोकसभा चुनाव लड़ चुके उमेश

बता दें कि उमेश मकवाना साल 2022 में बोटाद सीट से आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने थे। उमेश ने भाजपा उम्मीदवार घनश्याम विरानी और कांग्रेस प्रत्याशी मनहर पटेल को हराया था। इस जीत का तोहफा देते हुए आम आदमी पार्टी ने उन्हें भावनगर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव में उतारा, लेकिन वे हार गए। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए पार्टी में उन्हें कई और पद भी सौंपे गए थे, लेकिन बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी हाईकमान से उनके रिश्ते खराब हो गए थे।

First published on: Jun 26, 2025 12:06 PM

संबंधित खबरें