Rahul Gandhi Press Conference: लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी MVA के नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उनके साथ शिवसेना UBT से संजय राउत और NCP शरद पवार से सुप्रिया सुले मौजूद हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि महाविकास अघाड़ी (MVA) ने महाराष्ट्र में पिछला चुनाव लड़ा था और संगठन महाराष्ट्र सरकार ने विपक्षी दल है। कांग्रेस उस दल का प्रतिनिधित्व कर रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि हम महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के बारे में जानकारियां इकट्ठी कर रहे हैं। मतदाताओं और मतदान के आंकड़ों का अध्ययन किया गया है। हमारी टीमें काम कर रही हैं और हमें सूचियों में कई अनियमितताएं मिली हैं। बता दें कि महाविकास अघाड़ी के नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे वक्त पर हो रही है, जब दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने वाले हैं। कल 8 फरवरी दिन शनिवार को दिल्ली में चुनाव मतगणना होगी।
LIVE: Joint Press Conference | Constitution Club Of India, New Delhi https://t.co/kpb1Pa1Uqh
---विज्ञापन---— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 7, 2025
चुनाव आयोग से मांगी मतदाता सूचियां
राहुल गांधी ने कहा कि हम चुनाव आयोग से कह रहे हैं कि हमें विसंगतियां मिल रही हैं। हमें मतदाता सूची चाहिए, महाराष्ट्र के मतदाताओं के नाम और पते चाहिए। हमें लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची चाहिए। हमें दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची चाहिए। क्योंकि हम वास्तव में समझना चाहते हैं कि ये नए जोड़े गए लोग कौन हैं? कई, कई, कई मतदाता हैं, जिनके नाम सूचियों से हटा दिए गए हैं। जो मतदाता एक बूथ में हैं, उन्हें दूसरे में स्थानांतरित कर दिया गया है। इनमें से अधिकतर मतदाता दलित समुदाय से आते हैं, लेकिन चुनाव आयोग ने हमें कोई जवाब नहीं दिया है।
#WATCH | Delhi | Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, “…In 5 years between the Vidhan Sabha elections in 2019 and Lok Sabha, 2024 – 32 lakh voters were added. However, in period of 5 months between Lok Sabha 2024 which these parties (Congress, NCP-SCP, Shiv Sena… pic.twitter.com/ixM1aU2J7O
— ANI (@ANI) February 7, 2025
राहुल गांधी ने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 के बीच 5 वर्षों में 32 लाख मतदाता जोड़े गए। कांग्रेस, NCP शरद पवार, शिवसेना (UBT) ने जिन इलाकों में चुनावी जीत हासिल की, उनमें विधानसभा चुनाव से पहले 39 लाख मतदाता जोड़े गए। सवाल यह है कि यह 39 लाख मतदाता कौन हैं? यह हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं की कुल संख्या के बराबर है। दूसरा मुद्दा यह है कि महाराष्ट्र में राज्य की कुल मतदान आबादी से अधिक मतदाता क्यों हैं? महाराष्ट्र में अचानक मतदाता पैदा हो गए हैं…ऐसा कैसे हो गया?