Tawang Clash: पूर्वी सेना कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प को लेकर पहली बार बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की ओर से की गई करतूत का भारतीय सैनिकों ने कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि बुमला में प्रतिनिधिमंडल स्तर पर एक फ्लैग मीटिंग ने मामले को और सुलझाने में मदद की है।
लेफ्टिनेंट जनरल कलिता ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर आठ मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र हैं। इनमें से एक क्षेत्र पर पीएलए के सैनिकों ने नियमों का उल्लंघन किया जिसका भारतीय सेना ने मजबूती से जवाब दिया।
लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता की यह टिप्पणी विजय दिवस की 51वीं वर्षगांठ के अवसर पर माल्यार्पण समारोह के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए आई। सेना के शीर्ष अधिकारी ने आम जनता से आग्रह किया कि वे इस घटना के बारे में किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें।
रक्षा मंत्री ने भी संसद में दिया था ये बयान
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में बयान दिया था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करने और यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सैन्य कमांडरों के समय पर हस्तक्षेप के कारण चीनी सैनिक अपने स्थानों पर वापस चले गए। राज्यसभा में अपने बयान में राजनाथ सिंह ने कहा कि “हमारी सेनाएं हमारी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस पर किए गए किसी भी प्रयास को विफल करना जारी रखेंगी।” राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि हमारी ओर से कोई हताहत या गंभीर हताहत नहीं हुआ है।