Aam Aadmi Party Offers Congress 1 Lok Sabha Seat in Delhi : आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों को जोड़ने की कांग्रेस की कोशिश अभी तक कुछ खास असर डालती नजर नहीं आई है। इसके लिए बने इंडिया गठबंधन में भी एकजुटता नहीं दिखी है। आम आदमी पार्टी (आप) इस गठबंधन का हिस्सा है लेकिन पंजाब में उसने अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसके बाद नजरें दिल्ली पर टिकी थीं कि यहां क्या स्थिति रहेगी। अब यह तस्वीर भी साफ हो रही है। दरअसल, आप ने दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से कांग्रेस के सामने एक सीट की पेशकश की है। इससे सीट बंटवारे को लेकर तनाव और बढ़ गया है।
On merit basis, Congress party does not deserve even a single seat in Delhi but keeping in mind the ‘dharma of alliance’ we are offering them one seat in Delhi
---विज्ञापन---AAP wants to contest 6 seats in Delhi, offer one to Congress
— Sandeep Pathak#LokSabhaElections2024 pic.twitter.com/3nflsixIUK
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‘नहीं मिलनी चाहिए कांग्रेस को एक भी सीट’
इसे लेकर आप सासंद संदीप पाठक ने कहा कि मेरिट के आधार पर तो कांग्रेस को दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिलनी चाहिए। लेकिन, गठबंधन के धर्म को ध्यान में रखते हुए हम कांग्रेस को दिल्ली में एक सीट की पेशकश कर रहे हैं। हमने कांग्रेस के सामने प्रस्ताव रखा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में वह 1 और आम आदमी पार्टी 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे। बता दें कि विधानसभा चुनाव में अपने शानदार प्रदर्शन के चलते आप ने सीट बंटवारे की बातचीत में अपना पक्ष मजबूती से रखा है।
सीट बंटवारे पर नहीं बन पाई कोई सहमति
संदीप पाठक ने आगे कहा कि दिल्ली में कांग्रेस के पास लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव दोनों में ही एक भी सीट नहीं है। एमसीडी चुनाव में भी उसे 250 में से केवल 9 सीटों पर जीत मिली थी। बता दें कि दिल्ली में सीट बंटवारे को लेकर अभी तक यह चर्चा चल रही थी कि दिल्ली में कांग्रेस 4 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और आम आदमी पार्टी 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन आज जो जानकारी सामने आई है उससे संकेत मिला है कि सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच बात नहीं बन पाई है।
एक सीट की पेशकश के साथ अल्टीमेटम भी
रिपोर्ट्स के अनुसार 1 सीट की पेशकश के साथ आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को एक अल्टीमेटम भी दिया है। आप ने कहा है कि कांग्रेस को इसका जवाब समय से देना चाहिए वरना पार्टी सातों सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर देगी। ऐसे में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जिस तरह की स्थिति इंडिया गठबंधन में बनती दिख रही है वह न तो कांग्रेस के लिए अच्छी है और न ही गठबंधन के बाकी हिस्सेदारों के लिए। उल्लेखनीय है कि राजधानी दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है।
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