Delhi Police training program: दिल्ली पुलिस ने शिक्षा विभाग के साथ मिलकर मेगा सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया। शुक्रवार को दिल्ली के छतरपुर स्कूल में इस प्रोग्राम का समापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में करीब 6000 स्कूली छात्राओं को प्रशिक्षत किया गया। लड़कियां अपने दुपट्टे, पेन और हैंडबैग जैसी चीजों से अपनी सेफ्टी कैसे करें इस बारे में उन्हें बताया गया।
कार्यक्रम से छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा
समापन कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के डायरेक्टर आरएन शर्मा, एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल समेत अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस दौरान आरएन शर्मा ने कहा कि इस सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कार्यक्रम से छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा। आगे भी शिक्षा विभाग दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर ऐसे प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करेगा। बता दें महिलाओं और बच्चों के लिए काम करने वाली दिल्ली पुलिस की स्पेशल पुलिस यूनिट और दिल्ली सरकार का शिक्षा विभाग समय-समय पर ऐसे प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन करता है।
5.57 लाख से ज्यादा लड़कियों को किया प्रशिक्षित
अभी तक 5.57 लाख से ज्यादा लड़कियों और महिलाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इस दौरान स्पेशल पुलिस कमिश्नर अजय चौधरी ने कहा कि सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले चुकी बच्चियों में कॉन्फिडेंट आता है। वह किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार होती है। कैसे वह अपने दुपट्टे, पेन और हैंडबैग को जरूरत पड़ने पर अपनी सुरक्षा के लिए इस्तेमाल करें, इस बारे में उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है।
नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूकता
स्पेशल पुलिस कमिश्नर ने कहा कि छात्राएं और महिलाएं वर्कप्लेस, स्कूल-कॉलेज में अपने साथ हो रहे किसी भी तरह के अभ्रद व्यवहार के बारे में पुलिस की महिला हेल्पलाइन पर सूचना दें। उन्होंने कहा इस तरह के प्रशिक्षण शिविर में पुलिस चेन स्नेचिंग या बैग स्नेचिंग की वारदात के दौरान बचाव के तरीके बताती है। दिल्ली पुलिस इस तरह के अलग-अलग ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाती है। जिनमें नुक्कड़ नाटक और जेंडर सेंसटाइजेशन के तहत लड़कियों और महिलाओं को जागरूक किया जाता है।