Delhi Minor Rape Case: दोस्त की बेटी के साथ बार-बार दुष्कर्म करने के आरोपी महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी प्रमोदय खाखा के बाद उसकी पत्नी सीमा खाखा को भी दिल्ली पुलिस ने धर दबोचा है। पत्नी पर आरोप है कि उसने न केवल नाबालिग छात्रा के साथ हो रहे अत्याचार पर चुप्पी साधे रखी, बल्कि उसके गर्भवती होने पर पिल्स देकर अबॉर्शन भी करा दिया। इस बीच इस पर राजनीति जारी है।
दिल्ली पुलिस क्यों नहीं DCW चीफ को मिलने दे रही
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने जांच में जुटी दिल्ली पुलिस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस इतनी मजबूर है कि दिल्ली महिला आयोग की चीफ को पीड़िता से मिलने नहीं दे रही है। ऐसा क्या है जिसे भाजपा और दिल्ली पुलिस छुपाने की कोशिश कर रही है? क्या वे इससे जुड़े हैं?
क्या भाजपा पर दबाव है?
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि क्या किसी तरह की मिलीभगत है? क्या दिल्ली पुलिस ने उनके (भाजपा) दबाव के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया था। स्वाति मालीवाल को पीड़िता से न मिलने देने की क्या वजह है?… जो भी सरकारी अधिकारी इस तरह गिरफ्तार होगा, उसे सस्पेंड कर दिया जाएगा। मामला चलने तक वे निलंबित रहेंगे, दिल्ली सरकार सर्वश्रेष्ठ वकील नियुक्त करने का प्रयास करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि दोषी को उचित सजा मिले।
स्वाति मालीवाल का आरोप, पीड़िता से नहीं मिलने दिया जा रहा
वहीं, स्वाति मालीवाल ने कहा है कि 24 घंटे से ज्यादा हो गए हैं और मुझे पीड़िता या उसकी मां से मिलने नहीं दिया गया है। दिल्ली पुलिस गुंडों की पुलिस है। वे बलात्कारियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रहे हैं। मैं उस लड़की से मिलकर यह समझना चाहती थी कि क्या वह किसी दबाव से तो नहीं गुजर रही है। लेकिन दिल्ली पुलिस इसकी इजाजत नहीं दे रही है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आगे कहा कि यह शर्मनाक है कि दिल्ली पुलिस जिसका काम महिलाओं को सुरक्षा देना है, वो खुद गुंडागर्दी करती है, लेकिन हमने दिल्ली पुलिस के लिए नोटिस जारी किया है। मुझे अभी दो महत्वपूर्ण फोन कॉल आए हैं। दिल्ली के दो अलग-अलग इलाकों में दो बड़े अपराध हुए हैं और पीड़ित मेरा इंतजार कर रहे हैं। लेकिन मैं वापस आऊंगी और पीड़िता और उसकी मां से मिलूंगी।