इस बार 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होगी। पूरे देश में नवरात्रि के पावन पर्व को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके साथ ही नवरात्रि पर सियासत भी शुरू हो गई है। दरअसल, दिल्ली में भाजपा के दो विधायकों रविन्द्र नेगी और नीरज बसोया ने नवरात्रि के दौरान शहर में मटन की दुकानें बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान मटन की बिक्री से हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ईद पर बकरा काटने की कोई जरूरत नहीं है।
‘बकरा काटने की क्या जरूरत’
भाजपा के रविन्द्र नेगी ने कहा कि नवरात्रि के दौरान मंदिरों के सामने भी मीट की दुकानें लग जाती हैं। यह हिंदुओं का त्योहार है और मीट की दुकानें देखकर हमारी भावनाएं आहत होती हैं। इससे हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं। मीठी ईद पर सेवइयां खाई जा सकती हैं, बकरा काटने की कोई जरूरत नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भले ही यह निर्देश पूरी दिल्ली में लागू न हो, लेकिन वे अपने पटपड़गंज निर्वाचन क्षेत्र में दुकानें बंद रखने का पूरा प्रयास करेंगे। इस दौरान विधायक नेगी ने अपने नगर निगम पार्षद के कार्यकाल को भी याद किया, जिसके दौरान उन्होंने इसी मुद्दे की वकालत की थी।
बंद होनी चाहिए मांस की दुकानें
भाजपा के विधायक नीरज बसोया ने कहा कि नवरात्रि के दौरान मांस की दुकानें बंद होनी चाहिए। शहर के आवासीय क्षेत्रों में मांस की दुकानें नहीं होनी चाहिए। ये मांस विक्रेता गुंडागर्दी करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम आवासीय क्षेत्रों में मांस की दुकानें बंद करने के लिए एक पत्र लिखेंगे।
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साल बंद रहनी चाहिए मीट की दुकानें
बसोया ने आगे कहा कि रिहायशी इलाकों में मीट की दुकानें न केवल नवरात्रि के दौरान ही नहीं, बल्कि पूरे साल बंद रहनी चाहिए। ऐसी दुकानें सिर्फ कमर्शियल एरिया तक ही सीमित रहनी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हाल के दिनों में बड़ी संख्या में मीट की दुकानें खुली हैं। बसोया ने कहा कि मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली नगर निगम के आयुक्त और दिल्ली के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर उनसे शहर में इन दुकानों को बंद करने की दिशा में कार्रवाई करने का आग्रह कर रहा हूं।