---विज्ञापन---

केजरीवाल ने आतिशी को ही क्यों चुना? कैसे पहली बार की विधायक CM की कुर्सी तक पहुंचीं

दिल्ली सरकार में पहली बार की विधायक और मंत्री आतिशी मार्लेना अब दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। जब मार्च में केजरीवाल जेल गए थे तब भी पार्टी से लेकर सरकार के बचाव में वे मोर्चा संभाले नजर आई थी।

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Sep 17, 2024 12:43
Share :
Atishi Marlena Next CM of Delhi
Atishi Marlena Next CM of Delhi

Atishi Marlena Next CM of Delhi: आतिशी मार्लेना दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री होंगी। वे सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। आतिशी केजरीवाल कैबिनेट में सबसे भारी भरकम मंत्रालय संभालने वाली मंत्री रही हैं। सीएम के दावेदारों की रेस में उनका नाम सबसे आगे चल रहा था। विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मुहर लग गई। 17 सितंबर को सुबह सीएम केजरीवाल के घर पर विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इसमें सर्वसम्मति से नए नेता का चुनाव किया गया। पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखने वाली आतिशी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं। ऐसे में सवाल यह है कि कैसे आतिशी सीएम की रेस के अन्य दावेदारों को पछाड़ते हुए सीएम की कुर्सी तक पहुंचीं। इससे पहले सौरभ भारद्वाज, राघव चड्ढा, गोपाल राय, कैलाश गहलोत और सुनीता केजरीवाल का नाम भी चर्चा में था।

1.दिल्ली शराब नीति मामले में जब केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जेल में थे तब आतिशी ने सरकार और संगठन में अपनी भूमिका बखूबी निभाई। उन्होंने मीडिया और विपक्ष के सामने सरकार का पक्ष मजबूती से रखा। इससे पहले स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने के लिए केजरीवाल ने आतिशी के नाम की सिफारिश की थी।

2.आतिशी 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आप पार्टी में शामिल हुए थीं। इसके बाद चुनाव में आप का घोषणा पत्र तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाई।

ये भी पढ़ेंः केजरीवाल के बाद दिल्ली की नई सीएम होंगी आतिशी, मुख्यमंत्री ने विधायकों की बैठक में किया ऐलान

3.आतिशी को केजरीवाल का सबसे करीबी और ईमानदार होने का इनाम मिला। वे केजरीवाल कैबिनेट में सिसोदिया के बाद सबसे भरोसेमंद मंत्रियों में से एक हैं। इसके अलावा उनकी तेज तर्रार छवि और मीडिया को अच्छे से हैंडल करने की खूबी के कारण वे अन्य दावेदारों को पछाड़ते हुए सीएम की कुर्सी तक पहुंचीं।

4.आतिशी पहली बार 2020 में पहली बार कालकाजी विधानसभा से विधायक बनीं और 9 मार्च 2023 को पहली बार मंत्री। इसके बाद अब 17 सितंबर 2024 को सीएम की कुर्सी तक पहुंच गईं। इससे पहले वे सरकार में शामिल मनीष सिसोदिया की एडवाइजर थीं। उनके जेल जाने के बाद शिक्षा मंत्रालय का कार्यभार भी उन्होंने ही संभाला।

ये भी पढ़ेंः CM केजरीवाल ने क्यों किया इस्तीफे का ऐलान? AAP मंत्री सौरभ भारद्वाज ने रिवील की वजह

HISTORY

Written By

Rakesh Choudhary

First published on: Sep 17, 2024 12:43 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें