रायपुर: पूरे छत्तीसगढ़ सहित जिले को भी हरा-भरा करने की कवायद जारी है। बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा एवं कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने उप मंडल परिसर में राज्य सरकार की महत्वपूर्ण पौधा तुंहर द्वार योजना के तहत पौध वितरण के लिए वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। लोगों को स्वच्छ पर्यावरण के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की। इस अवसर पर अध्यक्ष नगर पालिका शकुंतला साहू, वनमंडलाधिकारी दुर्ग शशिकुमार, उप वनमंडलाधिकारी व्ही.एच. दुबे, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक सहित वन विभाग अधिकारी-कर्मचारी प्रधान मौजूद थे।
विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि वृक्षारोपण के लिए लोगों को अधिक से अधिक प्रेरित करने के लिए वन विभाग ने ‘‘पौधा तुंहर द्वार’’ योजना की शुरुआत की है। इसमें लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उनके घर तक निःशुल्क पौधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। वन विभाग ने चालू वर्ष में ‘‘पौधा तुंहर द्वार’’ कार्यक्रम के तहत आज से पौध वितरण की शुरुआत की है। इसके तहत लोगों के दरवाजे तक फ्री में पौधा मुहैया कराया जाएगा। कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने आम जन से अपने घर के आसपास सुरक्षित ज़मीन पर फलदार व छायाडेयर पेड़ लगाने की अपील की।ताकि आसपास का पर्यावरण वातावरण स्वच्छ अच्छा रहे।
वनमंडलाधिकारी शशिकुमार ने बताया कि ज़िले में पौधा तुहर दुआर 2023 योजना में आज 6 जुलाई से 5 अगस्त 2023 तक वाहन द्वारा प्रति शनिवार और रविवार को विभिन्न प्रजातिओं बांस, कटहल, महुआ, अर्जुन (कहुआ), जामुन, अमरूद, करंज, बहेड़ा, नीम, आंवला, कचनार, इमली, कुसुम, सीताफल व अन्य प्रजातियों के पौधे निःशुल्क प्रदान किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि ‘‘पौधा तुंहर द्वार’’ कार्यक्रम की तहत पौधा पाँच माध्यम की ज़रिए निःशुल्क प्राप्त कर सकते है।
इसके साथ उन्होंने यह भी बताया कि वृक्षारोपण कार्य को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से वर्ष 2021 से मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना लागू की गई है। इसमें ज़िले के सभी नागरिक निजी भूमि की उपलब्धता के मुताबिक फायदा उठा सकते हैं। वहीं, सभी ग्राम पंचायतों और संयुक्त वन प्रबंधन समितियां योजना का लाभ ले सकती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में वृक्षारोपण को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करना है। साथ ही पर्यावरण में सुधार लाकर जलवायु परिवर्तन के विपरीत प्रभावों को कम करना है।