Chhattisgarh assembly election 2023: छत्तीसगढ़ के पूर्व विधायक दिवंगत भीमा मंडावी की बेटी ने भाजपा पर सवाल उठाते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है। सोशल मीडिया पर इस भावनात्मक वीडियो के जरिए दीपा मंडावी ने कई सवाल दागे हैं। दीपा कह रही हैं कि पिता को खोने के बाद उनका एकमात्र सहारा मां ओजस्वी रहीं। परिवार को उन्होंने संभाला।
उनके पिता ने पार्टी के लिए अपनी कुर्बानी दी। लेकिन मां को इसके बाद भी टिकट नहीं दी गई। भाजपा की ओर से जारी की गई दूसरी सूची में उनका नाम नहीं था। पार्टी ने पिछला चुनाव हारने वाले कैंडिडेट्स को इस बार टिकट नहीं दी। जिसके कारण कई सीटों पर अंगुली उठ रही है। जिसके बाद अब दीपा ने पूछा है कि क्या उनके पिता के बलिदान का पार्टी की नजर में महत्व नहीं है।
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बता दें कि भीमा मंडावी की गिनती बीजेपी के बड़े नेता के तौर पर होती थी। उन्होंने 2008 के इलेक्शन में कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा को शिकस्त दी थी। वहीं, 2018 के इलेक्शन में उन्होंने देवती कर्मा को हराया था। दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले के कुओकोंडा में 2019 में भीमा मंडावी शहीद हो गए थे। इस समय लोकसभा चुनाव चल रहे थे। जिसके बाद उनकी पत्नी को भाजपा ने टिकट दी थी। लेकिन वे उपचुनाव हार गई थीं। उनको महेंद्र कर्मा की पत्नी ने 11331 वोटों से पराजित किया था।
भाजपा ने चैट राम अटामी को बनाया है कैंडिडेट
इस बार भाजपा ने उन पर दांव नहीं खेला। पार्टी की ओर से इस बार पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे चैत राम अटामी को प्रत्याशी बनाया गया है। जिसके बाद ओजस्वी और समर्थकों में जबरदस्त गुस्सा दिख रहा है। माना जा रहा है कि अगर बीजेपी ने ओजस्वी को नहीं मनाया, तो काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। बेटी ने अपने पिता का हवाला देकर अब सोशल मीडिया पर भावनात्मक पोस्ट अपलोड की है।