वैशाली विधानसभा सीट पर 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान हुआ था जिसके वोटों की गिनती जारी है. सभी प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर जारी है.
Vaishali Vidhan Sabha Election Result 2025 LIVE Update: वैशाली विधानसभा सीट पर 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान हुआ था, और आज यानी 14 नवंबर को मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है. इस विधानसभा सीट पर इस बार मुख्य मुकाबला तीन दलों के बीच है Janata Dal (United) (जेडीयू), Rashtriya Janata Dal (राजद) व Jan Suraj Party (जनसुराज) के उम्मीदवारों के बीच.
मुख्य उम्मीदवार कौन-कौन हैं
इस सीट पर इस बार जेडीयू से जा रहे हैं सिद्धार्थ पटेल, जनसुराज पार्टी से मैदान में हैं डॉ. सुनील कुमार और राजद ने इस सीट के लिए अजय कुमार कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है.
2020 में वैशाली विधानसभा चुनाव के नतीजे
| प्रत्याशी | वोट | पार्टी |
|---|---|---|
| सिद्धार्थ पटेल | 69,780 | JDU |
| संजीव सिंह | 62,367 | INC |
| अजय कुमार कुशवाहा | 33,351 | LJP |
2015 में वैशाली विधानसभा चुनाव के नतीजे
| प्रत्याशी | वोट | पार्टी |
|---|---|---|
| राज किशोर सिंह | 79,286 | JDU |
| ब्रिशिन पटेल | 48,225 | HAMS |
| विनय पासवान | 7,975 | IND |
पिछले चुनावों का हाल
2015 में इस सीट पर जेडीयू के राज किशोर सिंह ने जीत दर्ज की. उन्हें लगभग 79,286 वोट मिले थे. 2020 में जेडीयू के सिद्धार्थ पटेल ने इस सीट जीती. उन्हें 69,780 वोट मिले जबकि उपविजेता कांग्रेस के संजीव सिंह को करीब 62,367 वोट मिले. जीत का अंतर 7,413 वोट रहा.
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जातीय-सामाजिक समीकरण
वैशाली विधानसभा क्षेत्र ग्रामीण-उपनगरीय मिश्रित इलाके में है जिसमें ब्राह्मण, यादव, मुस्लिम, पिछड़ा वर्ग (EBC) व अनुसूचित जाति-समुदाय (SC) सभी की हिस्सेदारी है. राजनीति के विश्लेषकों का मानना है कि राजद-पक्ष यादव-मुस्लिम संधि पर भरोसा करता है, जबकि जेडीयू शहरी मतदाताओं तथा ऊंची जातियों में बेहतर पकड़ बनाने की कोशिश कर रहा है.
2025 में समीकरण क्या दिख रहा है
इस बार तीसरी जनसुराज पार्टी-के प्रवेश से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. जेडीयू को पिछले दो बार सफलता मिली है लेकिन मतभेद कम होते जा रहे हैं. राजद इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखने की चुनौती में है. जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार ने युवा-मतदाता और EBC-वर्ग को साधने की कोशिश की है, जिससे वोट विभाजन की संभावना बढ़ गई है.
वैशाली विधानसभा सीट पर इस बार न सिर्फ जातिगत संतुलन बल्कि स्थानीय विकास-मुद्दे, उम्मीदवार की लोकप्रियता और गठबंधन-रणनीति निर्णायक साबित होंगे.
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