वैशाली (हाजीपुर से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट): बिहार में शराबबंदी के बावजूद भी तस्करी के लिए अजब-गजब तरीके अपनाए जा रहे हैं। इन अनोखे तरकीब को देखकर अच्छे-अच्छे इंजीनियरों के होश उड़ गए हैं। जी हां, वैशाली में शराब तस्करी का एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वैशाली के उत्पाद विभाग की टीम ने इस मामले का खुलासा किया है। शराब तस्करी की इस तरकीब को देख उत्पाद विभाग के अधिकारी भी हैरान रह गए।
बता दें कि एक तस्कर अपनी बाइक की टंकी में पेट्रोल की जगह शराब भर रखा था। हैरान करने वाली बात ये है कि फिर भी बाइक सड़क पर दौड़ रही थी। बताया गया कि मोटरसाइकिल की टंकी में एक बूंद भी पेट्रोल नहीं था, इसके बावजूद बाइक खूब रफ्तार से सड़क पर दौड़ रही थी।
इस कारनामे को अंजाम किसी पढ़े लिखे शख्स ने नहीं, बल्कि एक आठवीं पास शख्स ने दिया है। यकीनन, शराब तस्कर की इस अनोखी तकनीकी आगे पढ़े-लिखे इंजीनियर का भी दिमाग घूम जाएगा। मोटरसाइकिल में टंकी में पेट्रोल का इस्तेमाल होता है उस टंकी में देसी शराब भरी हुई थी…. मानो शराब से ही मोटरसाइकिल चल रही थी।
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पेट्रोल टंकी में शराब, तो फिर कैसे चल रही थी बाइक
वैशाली जिले में उत्पाद विभाग की हो रही लगातार कार्रवाई से शराब कारोबारियों और तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। शराब कारोबारी अब नए-नए हथकंडे इस्तेमाल कर शराब एक जगह से दूसरी जगह ले जा रहे हैं। उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि राघोपुर दियारा इलाके से देसी शराब मोटरसाइकिल के जरिए एक जगह से दूसरी जगह पहुंचायी जा रही है।
पुलिस ने इसी सूचना पर बिदुपुर थाना क्षेत्र के रहिमापुर से मोटरसाइकिल के साथ शराब तस्कर को गिरफ्तार किया। जब बाइक की तलाशी ली गई, तो टंकी में पेट्रोल की जगह शराब मिली, जिसे देखकर उत्पाद विभाग दंग रह गया। पहले तो उत्पाद विभाग को लगा कि सूचना गलत है लेकिन जब उत्पाद विभाग के अधिकारी बारीकी से उस मोटरसाइकिल की जांच करने लगे, तो सीट के नीचे एक बोतल में पेट्रोल भरकर मोटरसाइकिल के इंजन में पाइप के जरिए कनेक्शन किया गया था, जिसे देखकर उत्पाद विभाग के अधिकारी भी अचंभित हो गए।
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उत्पाद विभाग के अधिकारी ने किये खुलासे
गोयाकि शराब तस्कर युवक सिर्फ आठवीं पास है और शराब का कारोबार करता है लेकिन शराब तस्करी के लिए दिमाग इंजीनियर से भी ऊपर का लगाया और मोटरसाइकिल को जुगाड़ से शराब की तस्करी करने लगा। इस तरीके से शराब को बचने और खरीदने पर पुलिस को भी शक नहीं होता था। थाने के समीप से गुजर जाने पर भी पुलिस वाले चेक नहीं कर पाते थे और शराब एक जगह से दूसरी जगह आसानी से पहुंच जाती थी, जिसे शराब का कारोबार आसानी से युवक अपना चला रहा था।
इसी बीच उत्पाद विभाग के अधिकारी ने एक और खुलासा किया, जिस मोटरसाइकिल नंबर से शराब का कारोबार किया जा रहा था, उसी नंबर के गाड़ी को नवंबर महीने में उत्पाद विभाग ने पकड़ा था। युवक ने बताया कि अपनी गरीबी के कारण शराब तस्करी करता है और यह हथकंडा शराब को इधर-उधर ले जाने के लिए वह खुद से तैयार किया है। शराब में मुनाफा होने के कारण वो ये धंधा करता है।
क्या कहते हैं उत्पाद अधिकारी अजित कुमार
गुप्त सूचना मिली थी कि शराब की तस्करी की जा रही है। इसी क्रम में आरोपी को बाइक के साथ पकड़ा गया है। इसने बाइक की टंकी में शराब भर रखी थी और बाइक चलाने के लिए एक बोतल में पेट्रोल डालकर उसे सीट के बगल में लगा रखा था। यह इस तरीके से शराब की तस्करी करता था। गुप्त सूचना के आधार पर इसे धर दबोचा गया है।