Bihar Elections: बिहार में इस बार चुनाव प्रचार का अंदाज भी ‘हवाई’ होने वाला है. दल और उम्मीदवार अब सिर्फ जमीन पर नहीं, बल्कि आसमान से भी जनता तक पहुंचने की तैयारी में हैं. कई राजनीतिक दलों ने चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर और चार्टर्ड प्लेन बुक कर लिए हैं. नेताओं के व्यस्त कार्यक्रम और लगातार बढ़ती जनसभाओं को देखते हुए, यह ‘हवाई प्रचार अभियान’ अब चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बन गया है. दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव में समय की कमी के कारण हर दल के लिए हेलीकॉप्टर न सिर्फ सुविधा, बल्कि मजबूरी भी बन गया है. हालांकि जनसुराज ने इस बार हेलीकॉप्टर से तौबा की है, लेकिन बाकी सभी प्रमुख दल आसमान से अपनी ताकत दिखाने को तैयार हैं.
15 हेलीकॉप्टर पटना पहुंचे
पटना एयरपोर्ट और स्टेट हैंगर में 15 हेलीकॉप्टर पहले ही पहुंच चुके हैं. इनमें से 7 भाजपा, 2-2 राजद, जदयू और कांग्रेस, जबकि एलजेपी और वीआईपी. पार्टी ने एक-एक हेलीकॉप्टर बुक किया है. 2020 के विधानसभा चुनाव में 13 हेलीकॉप्टर इस्तेमाल हुए थे. जबकि इस बार संख्या बढ़कर 15 हो गई है. वजह सिर्फ दो चरणों में चुनाव और बेहद तंग प्रचार कार्यक्रम. पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा, जिसका प्रचार 4 नवंबर शाम 5 बजे थम जाएगा. वहीं दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को 122 सीटों पर होगा और इसका प्रचार 9 नवंबर को समाप्त होगा.
एक दिन का खर्च करीब 10 लाख 62 हजार रुपए प्रति हेलीकॉप्टर
हेलीकॉप्टर बुक करने वाली एजेंसियों के मुताबिक, कम से कम तीन घंटे का फ्लाइंग चार्ज 9 लाख रुपए है. जिस पर 18% जीएसटी अलग से देना होगा. यानी, एक दिन का खर्च करीब 10 लाख 62 हजार रुपए प्रति हेलीकॉप्टर. अगर उड़ान नहीं भी हुई, तब भी चार्ज देना होगा. हां, हेलीकॉप्टर खराब होने की स्थिति में शुल्क नहीं लगेगा. इसके अलावा क्रू मेंबर के खाने और रहने की व्यवस्था की जिम्मेदारी भी राजनीतिक पार्टी की होगी. पटना एयरपोर्ट पर ग्राउंड हैंडलिंग करने वाली ग्लोबल फ्लाइट सर्विसेज के अधिकारी के मुताबिक, “इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले करीब डेढ़ गुना अधिक हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे.”
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