Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार राजनीति में रोमांचक उठा-पटक शुरू हो गई। इस जुबानी जंग में नेता बिना तर्क आरोप लगा रहे हैं जिससे दूसरी पार्टी को सवाल उठाने का मौका मिल रहा है। सोमवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का एक बयान फिर चर्चा में हैं।
बता दें कि आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए लालू प्रसाद यादव ने पर्चा भरने की औपचारिकता पूरी की। लालू के सामने किसी अन्य ने पर्चा नहीं भरा है। इससे लालू निर्वरोध अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। अब लालू यादव 13वीं बार पार्टी की कमान संभालेंगे। लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। आरजेडी के तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर वंशवाद का आरोप लगाते हुए कहा है कि NDA का मतलब नेशनल दामाद अलायंस हो गया है। लालू के अध्यक्ष बनते समय शायद तेजस्वी के आरोप लगाने का समय गलत हो गया। अब NDA के नेता तेजस्वी यादव से सवाल पूछ रहे हैं कि 28 साल से लालू यादव ही क्यों…?
अपने बयान से यूं घिरे तेजस्वी
तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर वंशवाद का आरोप लगाते हुए कहा है कि NDA का मतलब नेशनल दामाद अलायंस हो गया है, जहां बेटा-दामाद और मेहरारू को सेट किया जा रहा है। 2005 से पहले कहीं ऐसा होता था क्या? जबकि आरजेडी में लंबे समय से राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी एक ही परिवार के इर्द-गिर्द घूम रही है। तेजस्वी खुद बिहार की सत्ता में सबसे बड़ी भूमिका में हैं और अब उनके पिता लालू यादव लगातार 13 वीं बार फिर से पार्टी के सर्वोच्च पद पर काबिज हो गए हैं।
अभी तक नहीं आया जवाब
आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वाले फैसले से साफ है कि पार्टी में नेतृत्व का केंद्र आज भी परिवार ही है। अब BJP सवाल कर रही है कि तेजस्वी जब दूसरे दलों में परिवारवाद देखते हैं तो खुद की पार्टी में उसी राह पर क्यों चल रहे हैं। अभी तक इन आरोपों पर RJD के किसी नेता ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।