Bihar: भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने पटना सिटी हिंसा के बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लाचार और बेबस बताया। उन्होंने कहा, ‘जिस समय यह घटना हो रही थी उस समय बिहार (Bihar) के डीजीपी पटना में क्राइम मीटिंग कर रहे थे।
जब घायल अस्पताल पहुंच गए, तब पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस का डर खत्म हो गया है। पूरी दुनिया के लोग हसेंगे कि बिहार में पार्किंग के विवाद को लेकर 3 लोगों की हत्या हो सकती है और पुलिस नियंत्रित नहीं कर पा रही है।’
उन्होंने कहा कि जब से महागठबंधन की सरकार बनी है, राष्ट्रीय जनता दल से अधिकांश अपराधी जुड़े हुए हैं। पुलिस भी कार्रवाई नहीं कर पाती है। पुलिस सोचती है कार्रवाई करेंगे तो तबादला हो जाएगा। मुख्यमंत्री बेबस और लाचार हैं बिहार के लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल नहीं कर पा रहे।
कौन होते हैं लल्लन सिंह बयान देने वाले
सुशील मोदी ने कहा कि ललन सिंह कहते हैं कि हमने कभी तेजस्वी को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित नहीं किया। आखिर ललन सिंह कौन होते हैं बयान देने वाले? ये बयान तो नीतीश कुमार ने दिया था। दिसंबर में जब विंटर सेशन शुरू हो रहा था। उससे पहले विधानमंडल दल की बैठक हुई। उस बैठक में नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि तेजस्वी मेरे उत्तराधिकारी होंगे। 2025 के चुनाव का नेतृत्व तेजस्वी यादव करेंगे।
नीतीश को देना चाहिए बयान
अब ललन सिंह कह रहे हैं कि यह बात सही नहीं है। अगर हिम्मत है नीतीश कुमार की तो वह ऐलान करें कि मैंने गलत बयान किया था। अपने बयान को वापस लेता हूं। मैंने पहले नीतीश कुमार ऐलान करते हैं कि मेरे उत्तराधिकारी होंगे और पार्टी में सूखी भगदड़ शुरू हो गई। विद्रोह की स्थिति पैदा हो गई तो डर के मारे ललन सिंह बयान दे रहे हैं कि ऐसी कोई बात नहीं थी।
फिर पलट गए नीतीश
सुशील मोदी ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड के अंदर ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते हैं, लेकिन जनता दल यूनाइटेड का मतलब नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार एक बार फिर से पलट गए अपनी बात से, अब राष्ट्रीय जनता दल को विचार करना है कि जो समझौता हुआ था उस समझौते से अगर नीतीश कुमार पलट रहे हैं तो…।
2024 में हो जाएगा इनका सफाया
सुशील मोदी ने कहा ललन सिंह के बयान का कोई महत्व नहीं है, 2024 में ही इनका सफाया हो जाएगा। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भी इस बात का खुलासा करना चाहिए क्योंकि उन्होंने भी एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में कहा था मार्च 2023 के शुरुआत में तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे और नीतीश कुमार त्यागपत्र देकर केंद्र की राजनीति करेंगे।
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(Valium)