Bihar News: बिहार चुनाव को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने नया दांव खेला है। ओवैसी की पार्टी ने बिहार में महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई है। बताया जा रहा है कि AIMIM के इस कदम से महागठबंधन बिहार में और मजबूत हो सकता है। वहीं अभी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के किसी भी नेता का इस पर कोई बयान नहीं आया है।
बीजेपी की B टीम होने का लगता है आरोप
ओवैसी की पार्टी AIMIM पर अक्सर बीजेपी की B टीम होने के आरोप लगते रहे हैं। इसे देखते हुए पार्टी इस बार चुनाव में कुछ अलग करना चाहती है। बताया जा रहा है कि बिहार की AIMIM की इकाई ने हाल ही में RJD और कांग्रेस के कुछ विधायकों से संपर्क किया है। ओवैसी की इस इच्छा को महागठबंधन के शीर्ष नेतृत्व तक इसे पहुंचाया जा सके। अगर महागठबंधन में ओवैसी की पार्टी की एंट्री होती है तो बिहार में मुकाबला एकतरफा भी हो सकता है।
तेजस्वी यादव से किया संपर्क
AIMIM की बिहार के प्रदेश अध्यक्ष और अमौर विधायक अख्तरुल ईमान का कहना है कि उनकी पार्टी ने RJD नेता तेजस्वी यादव से उनके कुछ करीबी विधायकों के जरिए संपर्क किया है। तेजस्वी को अपनी पार्टी के प्रस्ताव के बारे में बता दिया गया है। उनका कहना है कि हमारी विचारधारा बीजेवी को हराने और बिहार के विकास की है। उनके नेता असदुद्दीन ओवैसी की विचारधार भाजपा को हराना और बिहार को सशक्त बनाना है। उन्होंने आगे कहा कि कम सीटों पर भी समझौता करने को तैयार है बशर्ते सीमांचल की प्रमुख सीटों पर उनके उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने का मौका मिलना चाहिए।
सीमांचल में मजबूत है AIMIM
बताया जाता है कि बिहार में 2020 के विधानसभा चुनावों में AIMIM ने पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी। यह सभी सीटें सीमांचाल की थी। इनमें अमौर, कोचाधामन, जोकीहाट, बैसी और बहादुरगंज सीटें थी। इस बार भी पार्टी ने बिहार की 50 विधानसभा सीटों पर लड़ने की तैयारी की है। अगर पार्टी महागठबंधन में शामिल होती है तो ये सीटें कम हो सकती हैं।