रिपोर्ट द्वारा; निर्भय चौबे, भागलपुर: बिहार में इन दिनों एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। यह शादी अपनी नई पहल ‘आठवां वचन’ के लिए सुर्खियों में छाई हुई है। दरअसल, भागलपुर के फेमस शिशु रोग विशेषज्ञ और मैन ऑफ अवेयरनेस के नाम से पहचाने जाने वाले डॉ. अजय कुमार सिंह ने अपनी बेटी की शादी में नई पहल की शुरुआत की है। इस नई पहल का नाम ‘आठवां वचन’ है। यह एक तरह का अनोखा सामाजिक संकल्प है, जो डॉ. अजय कुमार सिंह ने अपनी बेटी की शादी में लिया है।
भागलपुर से, जहां एक शादी चर्चा का विषय बन गई है—और वो भी एक अनोखे संकल्प के कारण शहर के मशहूर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय कुमार सिंह की बेटी की शादी है। लेकिन ये शादी सिर्फ रिवाज़ों की नहीं, जिम्मेदारी की भी मिसाल बन गई है डॉ. सिंह ने शादी में एक नया कदम उठाया है—“आठवां वचन” pic.twitter.com/dtGGDtMfuK
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क्या कहता है 8वां वचन?
भागलपुर के फेमस डॉ. अजय कुमार सिंह के अनुसार, जहां आमतौर पर शादी में 7 वचन होते हैं, वहीं इस शादी में एक अतिरिक्त वचन जोड़ा गया है, जो शादी का आठवां वचन होगा। शादी का यह 8वां वचन जीवन रक्षा का संकल्प होगा। इस आठवें वचन के बारे में सारी जानकारी शादी कार्ड पर हिंदी और संस्कृत में दी गई है। इस 8वें वचन पर नवविवाहित जोड़े ने डिजिटल साइन कर संकल्प लिया है। इस आठवें वचन के तहत दुल्हा और दुल्हन ने हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट लगाना, नशे में गाड़ी न चलाने, रक्तदान करने और अंगदान का संकल्प लिया है।
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क्या है डॉ. अजय का मकसद?
डॉ. अजय कुमार सिंह इस आठवें वचन के जरिए लोगों को जीवन रक्षा के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। साथ ही समाज में जागरूकता फैलाना चाहते हैं। आठवें वचन की खास बात यह भी रही कि इस पहल में शादी कराने वाले पंडित जी ने भी पूरा साथ दिया। उन्होंने इस आठवें वचन को वैवाहिक संस्कारों का हिस्सा बनाया। डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि जब जीवन की नई शुरुआत होती है, तभी अगर जीवन की रक्षा का संकल्प लिया जाए तो यह समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश बन सकता है।