बिहार के अररिया से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। रानीगंज प्रखंड के बीडीओ रितम कुमार चौहान और उनके अकाउंटेंट आदित्य प्रियदर्शी को निगरानी ने डेढ़ लाख रुपये घूस के साथ गिरफ्तार किया है। साथ में अकाउंटेंट को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों से टीम पूछताछ के लिए पटना ले गई है। निगरानी की यह पूरी कार्रवाई रानीगंज के BDO आवास पर की गयी है। निगरानी डीएसपी चंद्रभूषण ने बताया कि स्थानीय कलानंद सिंह की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। स्थानीय कलानन्द सिंह से 15 लाख रुपये राशि की योजना पर काम करने के लिए 10% कमीशन के तौर पर डिमांड किया जा रहा था। इसी शिकायत पर रानीगंज के BDO और उनके अकाउंटेंट को घूस की रकम डेढ़ लाख रुपये के साथ रंगे हाथों BDO आवास पर दबोच लिया है। निगरानी DSP के मुताबिक BDO के आवास में कागजातों को भी खंघाला जा रहा है।
बीडीओ लेखपाल के जरिए करवाता था वसूली
बता दें कि उप प्रमुख कलानंद सिंह ने जब लेखपाल मांग को लेकर बीडीओ से बात की, तो उन्होंने भी घूस के पैसे दिए जाने की चेक काटने की बात कही। जिसके बाद उप प्रमुख ने निगरानी विभाग को शिकायत की। शिकायत के बाद पटना से आई निगरानी विभाग की टीम पूरे दिन रानीगंज में कैंप करती रही। इसके बाद देर रात को जब उप प्रमुख कलानंद सिंह द्वारा रानीगंज बीडीओ के आवास पर घूस की रकम पहुंचाई गई। इसके बाद निगरानी टीम ने पीछे से धावा बोलते हुए बीडीओ को डेढ़ लाख रूपये घूस के रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया।
लेखपाल और बीडीओ दोनों एक साथ गिरफ्तार
रानीगंज बीडीओ रितम कुमार चौहान के साथ लेखपाल आदित्य प्रियदर्शी को भी निगरानी की टीम ने पकड़ा है। मौके पर निगरानी के डीएसपी चंद्रभूषण कुमार ने बताया, कि उप प्रमुख कलानंद सिंह के द्वारा शिकायत की गई थी। इसमें पंद्रह लाख रूपये के सरकारी योजना में रानीगंज बीडीओ दस फीसदी के तौर पर घूस की मांग कर रहे हैं। उप प्रमुख के शिकायत के आलोक में निगरानी के द्वारा बिछाए गए जाल के तहत उप प्रमुख द्वारा बीडीओ को डेढ़ लाख घूस की रकम दी गई तो उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।