नई दिल्ली: हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर में मानसून की बारिश के बाद भूस्खलन ने जमकर कहर बरपाया है। इनके अलावा उत्तर प्रदेश, ओडिशा और झारखंड भी प्रभावित हुए हैं। मॉनसून की बारिश के चलते पूरे देश में 31 लोगों की मौत हुई है। इनमें से सबसे ज्यादा 22 लोगों की मौत हिमाचल प्रदेश में हुई है।
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में और बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे स्थिति और खराब होने की संभावना है। भारी बारिश के चलते जम्मू-कश्मीर में तीर्थयात्रियों की यात्रा को रोक दिया गया है।
#WATCH | J&K: Heavy rainfall triggers flash floods near Vaishno Devi Shrine in Katra town in Reasi district pic.twitter.com/NhgxNjbV9x
— ANI (@ANI) August 19, 2022
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जम्मू और कश्मीर
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मूसलाधार बारिश के बाद पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के ऊपरी इलाकों में दारहाली नदी के उफान पर आने के बाद अचानक बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इससे पहले शनिवार को जम्मू के माता वैष्णो देवी तीर्थ के लिए तीर्थयात्रियों की आवाजाही को रोक दिया गया है। वैष्णो देवी मंदिर जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले के कटरा शहर में है।
#WATCH | J&K: Flash-flood-like situation as Darhali river in Rajouri district overflows due to torrential rainfall in upper reaches of Pir Panjal mountain range (20.08) pic.twitter.com/oqANiF1pks
— ANI (@ANI) August 21, 2022
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने एक बयान में कहा कि भारी बारिश के मद्देनजर कटरा से वैष्णो देवी मंदिर में तीर्थयात्रियों की ऊपर की आवाजाही को रोक दिया गया है। नीचे आने वाले तीर्थयात्रियों को आने दिया जा रहा है। पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पहले ही तैनात कर दिया गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
#WATCH | Normal life affected due to grim flood situation in Odisha; visuals from Delanga, Puri pic.twitter.com/6gFIq2VSkD
— ANI (@ANI) August 19, 2022
ओडिशा
ओडिशा में भी भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण राज्य के कई तटीय क्षेत्र कट गए हैं। भारी बारिश के कारण कई इलाकों में मकानों की दीवारें गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई।
#WATCH Odisha CM Naveen Patnaik today conducted an aerial survey of flood-affected areas of Khurdha, Puri, Cuttack Jagatsinghpur and Kendrapara districts
(Source: CMO) pic.twitter.com/sLyAmUtIxm
— ANI (@ANI) August 18, 2022
मयूरभंज, बालासोर और क्योंझर जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। मयूरभंज जिले में सबसे अधिक 260 मिमी बारिश दर्ज की गई। 18 ब्लॉकों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई। विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने कहा कि डांगा और पुरी क्षेत्र भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। IMD भुवनेश्वर के निदेशक एचआर विश्वास ने कहा कि पश्चिमी ओडिशा के जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है
#WATCH | Himachal Pradesh: The railway bridge on Chakki river in Himachal Pradesh's Kangra district damaged due to flash flood, and collapsed today morning. The water in the river is yet to recede: Northern Railways pic.twitter.com/ApmVkwAkB8
— ANI (@ANI) August 20, 2022
हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश लगातार बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में चक्की नदी पर बना एक रेलवे पुल भारी बारिश के कारण ढह गया है। बारिश और बाढ़ से भी लोगों की जान गई है। बाढ़ और बारिश के कारण मंडी और कुल्लू जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार से भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की घटनाओं में एक ही परिवार के आठ सदस्यों समेत 22 लोगों की मौत हो गई। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि 10 लोग घायल हुए हैं।
रविवार दोपहर तक हिमाचल में 322 सड़कें बंद रहीं और 832 इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के कारण 86 जगहों पर पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है।
उत्तराखंड
भारी बारिश से उत्तराखंड के पौड़ी, टिहरी और देहरादून जिलों में भारी तबाही हुई है। देहरादून के मालदेवता क्षेत्र ओवरफ्लो होने वाली सोंग नदी ने भीषण रूप ले लिया था। बाढ़ के चलते देहरादून को जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से जोड़ने वाला एक फ्लाईओवर बह गया। कई गांवों का संपर्क भी कट गया है। सरखेत गांव में बादल फटने से सात लोगों के मारे जाने की आशंका है।
#WATCH | Uttarakhand: Flash-flood-like situation due to incessant torrential rainfall at Tapkeshwar Mahadev temple in Dehradun pic.twitter.com/Q43inmiVht
— ANI (@ANI) August 20, 2022
देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर में मूसलाधार बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ भी दर्ज की गई। राज्य की राजधानी देहरादून में शनिवार को भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में प्रयागराज और वाराणसी के गंगा के मैदानों में भी गंगा और यमुना दोनों के जल स्तर में वृद्धि देखी गई है। इससे जिले के कई रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Flood-like situation witnessed in Prayagraj after heavy rainfall; roads submerged as water levels of rivers Ganga & Yamuna increased pic.twitter.com/BVpZkpVJM3
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 20, 2022
वाराणसी जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि बाढ़ का पानी चेतावनी स्तर 70.6262 मीटर से महज एक मीटर नीचे था और करीब 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा था। अधिकारियों ने बताया कि वरुणा नदी भी उफान पर है।
वाराणसी के घाटों ने दाह संस्कार को प्रभावित किया है, जिससे लोग अंतिम संस्कार के लिए अन्य स्थानों का उपयोग करने के लिए मजबूर हैं। प्रयागराज में बाढ़ ने बच्चों की शिक्षा को प्रभावित किया है क्योंकि स्कूलों को बंद किया गया है। स्थानीय लोगों ने कहा कि डेयरी कारोबार भी प्रभावित हुआ है।