नई दिल्ली: पाकिस्तान की टीम में इन दिनों उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) अध्यक्ष नजम सेठी कह चुके हैं कि कप्तान बाबर आजम का भविष्य उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। उन्होंने ये भी खुलासा किया था कि पूर्व अंतरिम चयनकर्ता शाहिद अफरीदी की अंतरिम चयन समिति ने बाबर को कप्तानी से हटाने की सिफारिश की थी। इस बीच पूर्व टेस्ट क्रिकेटर सिकंदर बख्त ने बाबर आजम की कप्तानी को लेकर तंज कसा है। हालांकि बख्त ने ये भी कहा कि हमें उन सकारात्मक सोशल मीडिया अभियानों की वकालत करनी चाहिए जो खिलाड़ियों के मनोबल को बढ़ाकर उनके प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं।
नेगेटिव सोशल मीडिया कैम्पेन के पीछे खिलाड़ियों के एजेंट्स
एक स्थानीय मीडिया समाचार चैनल के साथ इंटरव्यू में बख्त ने नेगेटिव सोशल मीडिया ट्रेंड चलाने के बजाय खिलाड़ियों का समर्थन करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा- यह सब नए पाकिस्तान में हो रहा है। ये उन खिलाड़ियों के एजेंट्स हैं जो इन नेगेटिव सोशल मीडिया कैम्पेन के पीछे हैं। यह सब वैसा ही हो रहा है जैसा राजनीति में होता है, लेकिन यह क्रिकेट है और टीम पाकिस्तान की है। पाकिस्तान टीम किसी की जागीर नहीं है।
तेंदुलकर और कोहली जैसे खिलाड़ियों ने कप्तानी छोड़ दी थी
65 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने यह भी सुझाव दिया कि आलोचना पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय खिलाड़ियों और उनके एजेंटों को अपनी खामियों पर काम करना चाहिए। साथ ही उन्हें बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए अपने स्किल को बढ़ाना चाहिए। उन्होंने ऐसे महान खिलाड़ियों का नाम लेते हुए उदाहरण भी दिए जिन्होंने अपनी टीम के लिए प्रदर्शन नहीं कर पाने के कारण कप्तानी छोड़ दी थी।
बख्त ने कहा- बाबर आजम विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं, लेकिन आपकी कप्तानी में खामियां हैं। भारत में तेंदुलकर और कोहली जैसे खिलाड़ियों ने कप्तानी इसलिए छोड़ दी क्योंकि वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। आप अपनी खामियों पर काम करते हैं। नकारात्मक सोशल मीडिया ट्रेंड चलाने से खिलाड़ियों को नुकसान होगा।