ODI World Cup 2023. पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने एक बार फिर बाबर आजम को अपना निशाना बनाया है। 31 वर्षीय आमिर का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट के सिस्टम में बदलाव की जरूरत नहीं है, बल्कि बाबर आजम की मानसिकता राष्ट्रीय टीम को नुकसान पहुंचा रही है। यह बात आमिर ने जियो न्यूज के शो ‘हारना मना है’ में बातचीत के दौरान कही। उनका मानना है कि कप्तानी बहुत मायने रखती है।
यही नहीं आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व मुखिया रमीज राजा की भी कड़ी आलोचना की है। राजा ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान क्रिकेट के सिस्टम में बदलाव की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने बाबर आजम की कप्तानी का भी समर्थन किया था।
आमिर ने कहा, ‘क्या सिस्टम है? यह कोई दीवार नहीं है। पाकिस्तान क्रिकेट को चलाने के लिए पांच-छह लोगों को जिम्मेदारी दी गई है। उनमें से कप्तान भी एक है।’
मोहम्मद आमिर ने आगे कहा, ‘साल 1992 में हमने इमरान खान की अगुवाई में वर्ल्ड कप जीता। सिस्टम वही था। 1999 में हमारी टीम फाइनल तक पहुंची। हमने इसी सिस्टम के तहत 2009 में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। हमने इसी सिस्टम के तहत साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी को अपने नाम किया।’
आमिर ने इंग्लैंड और जोस बटलर का उदाहरण देते हुए बताया कि उन्हें सिस्टम में बदलाव की जरूरत क्यों नहीं है। बता दें वर्ल्ड कप 2023 इंग्लिश टीम की स्थिति पाकिस्तान से भी नाजूक रही। बटलर की अगुवाई में टीम को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन टीम सेमी फाइनल में भी पहुंच नहीं पाई।
तेज गेंदबाज ने आगे कहा, ‘बाबर पिछले चार साल से कप्तान हैं। उन्होंने अपनी टीम को अपने मन मुताबिक चुना है। बटलर हमारे सिस्टम का हिस्सा नहीं है, फिर इंग्लैंड ने इतना बुरा क्यों खेला? क्या इंग्लैंड की व्यवस्था में भी बदलाव की जरूरत है?’
उन्होंने आगे मॉर्गन का भी उदाहरण दिया। आमिर ने कहा, ‘2015 में मिली हार के बाद मॉर्गन ने कहा कि मैं किस ब्रांड का क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मुझे ये 25 खिलाड़ी चाहिए। सिस्टम वही रहा, वह कैप्टन था, जिन्होंने पूरी मानसिकता बदल दी।’
आमिर ने आगे कहा, ‘इंग्लैंड क्रिकेट टीम पिछले दो साल से जो रूट की अगुवाई में टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष कर रही थी, लेकिन स्टोक्स की अगुवाई में धमाल मचा रही है। सिस्टम वही है, लेकिन हम कहते हैं कि इंग्लैंड का टेस्ट क्रिकेट बदल गया है। यह बेन स्टोक्स हैं, जिन्होंने अपना दृष्टिकोण बदल बस बदल दिया है।’
आमिर का कहना है कि, ‘जब तक कप्तान की मानसिकता नहीं बदलेगी, सिस्टम कुछ नहीं कर सकता। क्या यह सिस्टम था, जिसने उन्हें पहले मैच के बाद अबरार अहमद को न खिलाने या फखर को बेंच पर बिठाने के लिए कहा था।’
(Klonopin)