नई दिल्ली: भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर को आईसीसी ने दो मैचों के लिए सस्पेंड कर दिया है। हरमन ने बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे में आउट होने के बाद विकेटों पर न सिर्फ बल्ला मार दिया बल्कि वे अंपायर की आलोचना करती हुई भी नजर आईं। हरमन पर लेवल 2 के अपराध के लिए मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। उन्हें डिसिप्लेनरी रिकॉर्ड पर तीन डिमेरिट अंक दिए गए हैं। हरमन के व्यवहार की चौतरफा आलोचना हो रही है। पूर्व कप्तान मिताली राज ने भी उनकी हरकतों की आलोचना की है। मिताली ने हरमनप्रीत की हरकतों को अपमानजनक बताया है।
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यह बेहद अपमानजनक और नृशंस
हरमनप्रीत का कथित व्यवहार भारत की पूर्व कप्तान मिताली को पसंद नहीं आया। उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स के लिए अपने कॉलम में लिखा- एक टीम से अपेक्षा की जाती है कि वह प्रतिद्वंद्वी के प्रति सम्मान दिखाए, खासकर इस विशेष श्रृंखला में जहां किसी को बांग्लादेश को श्रेय देना चाहिए कि उन्होंने कैसे खेला और कड़ा संघर्ष किया। यह खेल और महिला क्रिकेट के लिए अच्छा है। ट्रॉफी के साथ फोटो सेशन के दौरान विपक्षी कप्तान के हरमनप्रति के व्यवहार के संबंध में मीडिया में रिपोर्ट की गई, यह बेहद अपमानजनक और नृशंस है।
हरमनप्रीत कई बच्चों के लिए रोल मॉडल
हरमनप्रीत को अगली पीढ़ी के लिए ‘रोल मॉडल’ बताते हुए मिताली ने कहा कि सीनियर बल्लेबाज को सम्मानजनक तरीके से आचरण करना चाहिए था। उन्होंने जोर देकर कहा- हरमनप्रीत एक अच्छी खिलाड़ी हैं और कई बच्चों के लिए एक रोल मॉडल हैं। एक जिम्मेदार क्रिकेटर के रूप में मैदान के अंदर और बाहर खुद को सम्मानजनक तरीके से व्यवहार करना होता है।
खेल व्यक्तियों से ऊपर
उन्होंने आगे लिखा- इससे पहले देखा जाए तो महिला क्रिकेट को सामाजिक स्तर पर ज्यादा कवरेज या उपस्थिति नहीं मिलती थी। अब सब कुछ पब्लिक डोमेन में है। जो बच्चे खेल को अपनाना चाहते हैं, वे उन्हें फॉलो करते हैं। आक्रामक होना और एक हद तक भावनाएं दिखाना ठीक है, लेकिन किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि खेल व्यक्तियों से ऊपर है। हालांकि हरमन की पीड़ा समझ में आती है, लेकिन उसके व्यवहार को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। साथ ही, मैच में जो होता है उसे वहीं छोड़ देना चाहिए।
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