Rohit Sharma IND vs ENG: टेस्ट और रणजी में बुरी तरह से फ्लॉप होने के बाद रोहित शर्मा से यह उम्मीद की जा रही थी कि वह अपने पसंदीदा वनडे फॉर्मेट में तो बल्ले से रंग जमाते हुए नजर आएंगे। हालांकि, इंग्लैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में फॉर्मेट तो बदला, लेकिन रोहित का हाल वही पुराना वाला रहा। कप्तान साहब की पारी का अंत महज 7 गेंदों में हो गया। हिटमैन कहे जाने वाले रोहित मात्र 2 रन बनाकर सिर झुकाए पवेलियन की ओर चल पड़े। खराब फॉर्म ने रोहित का पीछा नागपुर में भी नहीं छोड़ा।
Rohit Sharma could have easily scored 100 today & easily won match for India, but he wanted to give opportunity to youngsters (Gill & Iyer) to bat in high pressure run match. So, he got out intentionally.
That’s selfless Captain for you🫡 😍#RohitSharma pic.twitter.com/xiajGzPytS---विज्ञापन---— ICC Asia Cricket (@ICCAsiaCricket) February 6, 2025
रोहित फिर फ्लॉप
इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले में रोहित शर्मा से हर कोई बड़ी पारी की उम्मीद लगाए बैठा था। नागपुर के मैदान पर हिटमैन का रिकॉर्ड भी दमदार रहा था और इस ग्राउंड से वह काफी अच्छे से परिचित भी थे। हालांकि, भारतीय कप्तान ने करोड़ों इंडियन फैन्स का दिल एक बार फिर तोड़ दिया। 7 गेंदों का सामना करने के बाद रोहित सिर्फ 2 रन बनाकर चलते बने। साकिब महमदू की गेंद रोहित के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर हवा में खड़ी हो गई और फील्डर ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। रोहित को एक बार फिर सिर झुकाए हुए मैदान से वापस लौटना पड़ा।
Rohit Sharma’s last innings:
0, 8, 18, 11, 3, 6, 10, 3, 9, 2And this guy decides who is effective and who’s not for Indian team😭🙏 pic.twitter.com/P1ChFJg3bX
— TukTuk Academy (@TukTuk_Academy) February 6, 2025
16 पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक
रोहित शर्मा के बल्ले से पिछली 16 इंटरनेशनल पारियों में महज एक अर्धशतक आया है। सिर्फ इतनी ही नहीं, बल्कि हिटमैन लास्ट 16 इनिंग्स में से 11 बार दहाई का आंकड़ा तक पार करने में नाकाम रहे हैं। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे। हालांकि, माना जा रहा था कि वह अपने फेवरेट वनडे फॉर्मेट में खोई हुई फॉर्म को तलाशने में सफल रहेंगे। हालांकि, कम से कम पहले वनडे में तो ऐसा नहीं हो सका है। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले रोहित की लगातार गिरती हुई फॉर्म ने टीम मैनेजमेंट की टेंशन को और बढ़ा दिया है।