Mohammed Shami: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा। लगभग सभी मैचों में भारतीय टीम का संघर्ष देखकर फैंस भी काफी हताश हुए थे। भारतीय बल्लेबाजों ने जिस प्रकार से निराशाजन प्रदर्शन किया ये देखकर फैंस निराश थे। लेकिन उससे कहीं ज्यादा दर्द भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को हो रहा था। शमी के कोच ने अब बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन पर किस तरह मोहम्मद शमी रो रहे थे।
काश मैं वहां होता- मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी के कोच बदरुद्दीन ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बताया है कि किस तरह मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया में भारत के खराब प्रदर्शन से दुखी थे और बार-बार कह रहे थे कि काश मैं वहां होता। कोच ने कहा कि मैंने शमी के अंदर वह भूख तब देखी जब ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम संघर्ष कर रही थी। वह अक्सर कहते थे कि काश मैं वहां होता। मैं भारत के लिए कुछ कर पाता। कई बार शमी को भारतीय गेंदबाजों को विकेट लेने के लिए संघर्ष करता देख रोते हुए भी देखा गया। मैं, शमी को याद दिलाता रहा कि अगर वह अपनी रिकवरी पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो वह टीम में फिर से योगदान दे सकेंगे।
14 महीने बाद शमी की वापसी
मोहम्मद शमी ने 14 महीने बाद मैदान पर वापसी कर ली है। तेज गेंदबाज ने भारत की ओर से आखिरी मुकाबला वनडे विश्व कप 2023 फाइनल में खेला था। इसके बाद वह लगातार भारतीय टीम से दूर चल रहे थे। शमी को इंजरी का सामना करना पड़ा, जिसके लिए उन्होंने लंदन में सर्जरी कराई थी। कई महीनों तक रिहैब करने के बाद शमी पिछले साल बंगाल की ओर से रणजी ट्रॉफी के जरिए क्रिकेट के मैदान पर वापसी की थी। अब उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज के लिए चुन लिया गया है। शमी चैंपियंस ट्रॉफी का हिस्सा हैं।
Shami and Gautam Gambhir in a fun chat at the Eden Gardens. 😄 pic.twitter.com/aGjcKis6HY
---विज्ञापन---— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 22, 2025
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