Nag Diwali 2025: नाग देवता की पूजा के लिए नाग दिवाली का पर्व मनाया जाता है. दिवाली और देव दिवाली के बाद यह नाग दिवाली का पर्व मनाया जाता है. मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है. यह दिन नाग देवता की पूजा के लिए खास होता है. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है. पंचमी तिथि 24 नवंबर 2025 की रात को 9 बजकर 22 मिनट से लेकर 25 नवंबर की रात को 10 बजकर 56 मिनट तक है. उदय तिथि के मुताबिक, नाग दिवाली 25 नवंबर को है.
क्यों मनाते हैं नाग दिवाली?
नाग दिवाली का पर्व नाग देवता की पूजा के लिए खास होता है. यह पर्व प्रकृति, आस्था और प्रकाश से जुड़ा है. नाग दिवाली मनाने से पाताल लोक के देवताओं का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. नाग दिवाली पर नाग देवता की मूर्ति की पूजा की जाती है.
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नाग देवता पूजा विधि
नाग देवता की पूजा के लिए स्नान आदि कर साफ कपड़े पहन लें. इसके बाद पूजा स्थल को साफ कर चौकी पर नाग देवता की प्रतिमा स्थापित करें. नाग देवता के सामने घी का दीपक जलाएं और रोली, अक्षत, फूल अर्पित करें. ‘ॐ नाग देवता को नमः’ मंत्र का जाप करें और आरती कर भोग लगाएं.
नाग देवता की पूजा के लाभ
नाग देवता की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है. नाग देवता की पूजा से कुंडली के कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है. इससे पारिवारिक जीवन में खुशहाली आती है. नाग देवता की पूजा से दुश्मन आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है. इससे आप खतरों से बचे रहते हैं.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.










