Vidur Niti: महाभारत काल के महान दार्शनिक और नीतिज्ञ महात्मा विदुर की नीतियां आज भी हमारे जीवन को सही दिशा दिखाती हैं। उन्होंने अपने नियमों को विदुर नीति में समाहित किया है। यह नीतियों में जीवन के हर पहलू, जैसे धन, रिश्ते, और समाज से जुड़े कई उपदेश हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण विषय धन का प्रबंधन भी है। किन लोगों को पैसा उधार देना चाहिए और किनको नहीं देना चाहिए, इसको विदुर नीति में स्पष्ट रूप से बताया गया है। महात्मा विदुर के अनुसार कुछ लोगों को पैसा देना नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि इससे धन की हानि तो होती ही है, साथ ही मानसिक तनाव और रिश्तों में खटास भी आ सकती है।
विदुर नीति में धन को जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है, लेकिन इसका सही उपयोग और मैनेजमेंट जरूरी है। विदुर नीति के अनुसार धन को उसी व्यक्ति को देना चाहिए, जो इसका सम्मान करता हो और उसे सही तरीके से लौटा सके। गलत लोगों को पैसा देना न केवल आर्थिक नुकसान का कारण बनता है, बल्कि यह सामाजिक और नैतिक हानि भी पहुंचा सकता है। विदुर नीति में विशेष रूप से कुछ प्रकार के लोगों का जिक्र किया है, जिन्हें उधार या कर्ज के रूप में पैसा देना जोखिम भरा है। आइए जानते हैं कि वे कौन से लोग हैं, जिनको धन देने से बचना चाहिए।
आलसी और कामचोर व्यक्ति
विदुर नीति के अनुसार, आलसी और कामचोर लोगों को कभी भी उधार पैसा नहीं देना चाहिए। ऐसे लोग मेहनत करने से बचते हैं और दूसरों पर निर्भर रहते हैं। वे न तो समय पर काम पूरा करते हैं और न ही अपने कर्ज को चुकाने की कोशिश करते हैं। आलसी व्यक्ति को दिया गया पैसा अक्सर डूब जाता है, क्योंकि वे अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं।
गलत कार्यों में लिप्त लोग
विदुर नीति में यह भी कहा गया है कि उन लोगों को पैसा नहीं देना चाहिए, जो गलत या अनैतिक कार्यों में लिप्त हों। ऐसे लोग पैसे का दुरुपयोग कर सकते हैं। ये आपके धन को जुआ, नशा, या अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में लगा सकते हैं। ऐसे लोगों को पैसा देना न केवल आपके धन को खतरे में डालता है, बल्कि यह आपको भी पाप का भागीदार बना सकता है। इसके साथ ही, इन लोगों के साथ संबंध रखने से आपकी प्रतिष्ठा को भी नुकसान हो सकता है।
अविश्वसनीय लोग
विदुर नीति में विश्वासघात करने वाले या अविश्वसनीय लोगों को पैसा न देने की बात कही गई है। महात्मा विदुर के अनुसार ऐसे लोग वादा तो करते हैं, लेकिन उसे निभाते नहीं हैं। वे आपके भरोसे का फायदा उठा सकते हैं और पैसा लौटाने में टालमटोल करते हैं। विश्वास के योग्य न होने वाले व्यक्ति को कर्ज देना आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है।
लालची और स्वार्थी लोग
विदुर नीति में लालच को व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु बताया गया है। लालची लोग हमेशा दूसरों के धन पर नजर रखते हैं और उसे हड़पने की कोशिश करते हैं। ऐसे लोगों को पैसा देना न केवल धन की हानि का कारण बनता है, बल्कि यह आपके लिए मानसिक तनाव भी ला सकता है। लालची व्यक्ति कभी संतुष्ट नहीं होता और वह आपके दिए हुए पैसे को लौटाने की बजाय और मांग सकता है। इस कारण स्वार्थी और लालची लोगों से धन संबंधी लेन-देन से बचना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी विदुर नीतियों पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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