Shukrawar Ke Upay: शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है। मां लक्ष्मी धन-दौलत, सुख, शांति और ऐश्वर्य की देवी हैं। मान्यता है कि यदि मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न हो तो कभी भी आर्थिक तंगी नहीं होती है। साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। बता दें कि मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ चमत्कारी उपाय बताए गए हैं। यदि आप इन उपायों को करते हैं तो आपका जीवन धन्य हो जाएगा। साथ ही जीवन में आगे बढ़ने का अवसर भी मिलता है। तो आइए माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उन उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
रात्रि में करें पत्थर के उपाय
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्रवार की रात्रि में माता लक्ष्मी के सामने हकीक पत्थर रखना चाहिए। मान्यता है कि हकीक पत्थर रखने से जीवन की सारी परेशानियां खत्म हो जाएंगी। साथ ही आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलेगा। कभी भी धन-दौलत की कमी नहीं होगी। घर में खुशहाली बनी रहती है। यदि हकीक पत्थर रात्रि में मां लक्ष्मी के चरणों में रखते हैं तो आपके भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होंगे। साथ ही कारोबार में भी वृद्धि होती है। जीवन से संबंधित सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
कैसा होता है हकीक पत्थर
रत्न शास्त्र के अनुसार, हकीक पत्थर देखने में हरे रंग का होता है। माना जाता है कि हकीक पत्थर पन्ना रत्न का उपरत्न है। हकीक पत्थर को अगेट पत्थर के नाम से भी जाना जाता है। यह बहुत ही शुभ और लाभकारी होता है। साथ ही जीवन से जुड़ी तमाम तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण हो जाती है। हालांकि हकीक पत्थर धारण करने से पहले किसी ज्योतिष से सलाह जरूर लें। ज्योतिष की सलाह पर इस रत्न को धारण करें।
कौन धारण कर सकता है हकीक पत्थर
रत्न शास्त्र के अनुसार, हकीक रत्न को कोई भी व्यक्ति अपने फायदे के लिए पहन सकता है, चाहे वह जवान हो याा बूढ़ा, पुरुष हो या महिला आदि। हकीक रत्न में खास बात यह होता है कि इसे धारण करने से कोई हानि नहीं होता है। साथ ही न ही इसका कोई भी दुष्प्रभाव होता है। रत्न शास्त्र के अनुसार, हकीक रत्न को बिना कुंडली के अध्ययन के भी पहन सकते हैं।
यह भी पढ़ें- पितृ दोष और चंद्र दोष से मुक्ति पाने के लिए निर्जला एकादशी पर करें ये उपाय
यह भी पढ़ें- कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करेगा सनस्टोन, जानें किन-किन राशियों को धारण करने के लाभ
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी रत्न शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।