जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। श्रीकृष्ण के जन्म अवसर पर मंदिरों, घरों और पंडालों में आकर्षक झांकियां सजाई गई हैं। जैसे ही रात के 12 बजे, 'जय कन्हैया लाल की' और 'नंद के घर आनंद भयो' जैसे जयकारों से माहौल गूंज उठा। ढोल-नगाड़ों और घंटा-घड़ियाल की ध्वनि के बीच श्रीकृष्ण जन्मोत्सव हर जगह धूमधाम से मनाया गया।
#watch | Mathura, UP | An idol of the infant form of Lord Krishna is bathed in milk, to mark his birth, as hundreds of devotees gather to witness the celebrations on the occassion of Shri Krishna Janmashtami at the Shri Krishna Janmabhoomi Temple. pic.twitter.com/iLkAnTR6tK— ANI (@ANI) August 16, 2025Krishna Janmashtami 2025: आज 16 अगस्त 2025, शनिवार को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व पूरे भारत में अपार भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का प्रतीक है, जो प्रेम, करुणा और धर्म के आदर्श स्वरूप हैं। श्रीकृष्ण, जिन्हें नंदलाल, माखनचोर, और भगवद्गीता के उपदेशक के रूप में जाना जाता है, भक्तों के लिए आनंद, ज्ञान और मार्गदर्शन का स्रोत हैं। जन्माष्टमी का यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करता है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन में लीन होते हैं और मंदिरों में भगवान के बाल स्वरूप की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। रात के बारह बजे, जब श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, मंदिरों में घंटियों, शंखनाद और भक्ति भजनों के साथ उत्सव अपने चरम पर होता है।
माखन-मिश्री का भोग, दही-हांडी के रोमांचक आयोजन, और रासलीला जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम इस दिन को और भी आध्यात्मिक बनाते हैं। विशेष रूप से मथुरा और वृंदावन में, जहां श्रीकृष्ण की लीलाएं जीवंत हो उठती हैं, लाखों भक्त एकत्रित होकर इस पर्व को उत्सव के रूप में मनाते हैं। इस दिन मंदिरों में सुंदर झांकियां सजाई जाती हैं, और घरों में भक्त अपने लाडले कन्हैया को झूले पर सजाकर उनकी पूजा करते हैं।
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही उनका अभिषेक किया जाने लगा है। चारों तरफ भक्तों की भीड़ प्रभु के एक दर्शन की झलक पाने को लालाहित है। प्रभु का घी, शहद, दूध और पंचामृत व जल से अभिषेक किया जा रहा है।
भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म ले लिया है। वृंदावन और गोकुल के मंदिरों में उत्साह की धूम है। इस्कॉन मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक जारी है। घरों में भी लोगों ने अभिषेक शुरू कर दिया है। प्रभु के मनमोहक रूप और जय कन्हैया लाल की जैसे जयकारों से से पूरा आसमान गुंजायमान है।
मुंबई में एक्ट्रेस जान्हवी कपूर ने दही हांडी उत्सव में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने दही हांडी तोड़ी।
#watch | Mumbai, Maharashtra | Actor Janhvi Kapoor participates in the Dahi Handi festival on the occasion of #krishnajanmashtami pic.twitter.com/ZRytNxkvJU— ANI (@ANI) August 16, 2025कुछ ही देर में पूजा का शुभ मुहूर्त शुरू होने वाला है। यह मुहूर्त 12 बजकर 4 मिनट से 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार जो भी व्यक्ति जन्माष्टमी व्रत को करता है, वह ऐश्वर्य और मुक्ति को प्राप्त करता है। ऐसा व्यक्ति कीर्ति, यश, वैभव पाता है और संसार के सभी सुखों को भोगता है।
जन्माष्टमी का व्रत कुछ लोग अगले दिन सूर्योदय के बाद खोलते हैं। वहीं, कुछ लोग अर्धरात्रि में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद व्रत खोलते हैं। इस जन्माष्टमी पर वैसे तो 17 अगस्त की सुबह 12 बजकर 47 मिनट के बाद व्रत का पारण किया जा सकेगा। वहीं, 17 अगस्त की सुबह 5 बजकर 51 मिनट पर सूर्योदय के बाद व्रत का पारण करना उत्तम रहेगा।
भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर देशभर के सभी प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ चुका है। इस दौरान द्वारिकाधीश मंदिर और वृंदावन के बांके बिहारी समेत कई मंदिरों में भक्त प्रभु की एक झलक पाने को लाइन में लगे हुए हैं। यह भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है।
मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में ठाकुर जी को अर्पित की जाने वाली पोशाक में इंद्रधनुष के सभी 7 रंगों का इस्तेमाल हुआ है। इसके साथ ही इसमें सोने-चांदी के तारों का भी यूज किया गया है।
मथुरा और वृंदावन में कृष्ण जी की पूजा निशिता मुहूर्त में ही की जाती है। इस बार जन्माष्टमी पर निशिता पूजा का समय 16 अगस्त की रात 11 बजकर 19 मिनट से लेकर 17 अगस्त की रात 12 बजकर 03 मिनट तक है।
जन्माष्टमी के शुभ दिन सुबह 11 बजकर 43 मिनट पर चंद्र देव ने मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में गोचर किया है, जिससे वृषभ, कर्क, तुला, धनु, मकर और मीन राशि के जातकों को खास लाभ होने के योग हैं।
उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जन्माष्टमी के पावन दिन आज कृष्ण जन्मस्थान मधुरा पहुंच गए हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में उन्होंने विधि-विधान से ठाकुर जी का पूजना किया। साथ ही भक्तों को बधाई दी।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर यशोदानंदन की जन्मभूमि मथुरा में... https://t.co/yNpm5RbhAG
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 16, 2025
बीमार व्यक्ति, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चों को जन्माष्टमी का व्रत नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों के परिवार में हाल ही में किसी की मृत्यु हुई है, उन्हें भी ये व्रत नहीं रखना चाहिए। वहीं, जिनके घर में पातक लग रहा है, उन्हें भी व्रत रखने की सलाह नहीं दी जाती है।
16 अगस्त 2025 यानी आज कृष्ण जी की पूजा के बाद मध्य रात्रि में 12 बजकर 47 मिनट के बाद जन्माष्टमी के व्रत का पारण करना शुभ रहेगा। हालांकि कुछ लोग इस व्रत का पारण अगले दिन भी करते हैं, जिसका शुभ मुहूर्त कल यानी 17 अगस्त को सुबह 05 बजकर 51 मिनट है।
जन्माष्टमी का व्रत कृष्ण जी को चढ़ाए हुए प्रसास को खाकर खोला जा सकता है। जन्माष्टमी पर कृष्ण जी को आप फल, दही, दूध, पंचामृत, मक्खन और पंजीरी का भोग लगा सकते हैं।

आज 16 अगस्त 2025 को जन्माष्टमी के शुभ दिन भद्रा का अशुभ साया नहीं मंडरा रहा है। द्रिक पंचांग के अनुसार, इस बार 15 अगस्त को प्रात: काल 12:58 मिनट पर भद्रा समाप्त हो गई है, जिसके बाद 18 अगस्त 2025 को सुबह 06:22 मिनट से भद्रा का योग बन रहा है। ऐसे में आज भद्रा का अशुभ साया नहीं है।
जन्माष्टमी की रात ठीक 12 बजे श्रीकृष्ण की पूजा के बाद नाल वाला खीरा काटा जाता है। खीरे को काटना कृष्ण जी के जन्म और गर्भनाल काटने की प्रक्रिया को दर्शाता है, जो भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी को प्रतीकात्मक रूप से व्यक्त करता है। माना जाता है कि खीरे से यदि पानी निकलता है तो वो काफी शुभ होता है।
मथुरा, भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है, जो उत्तर प्रदेश में स्थित है। ये शहर कृष्ण भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यहां श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर स्थित है, जहां भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस बार जन्माष्टमी के मौके पर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर को ऑपरेशन सिंदूर की तर्ज पर सजाया गया है, जो देखने में काफी सुंदर लग रहा है।
VIDEO | Mathura: Shri Krishna Janma Bhoomi temple immersed in the colours of Operation Sindoor and lights ahead of the Krishna Janmashtami celebrations tomorrow.(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/Txl1OsIgRY
— Press Trust of India (@PTI_News) August 15, 2025

