Maha Kumbh PM Modi Sangam Snan: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आज संगम में एक अहम डुबकी लगी। यह डुबकी प्रधानमंत्री मोदी ने लगाई। आज 5 फरवरी 2025 का दिन का चुनावी संदर्भ विशेष रूप से इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 और अयोध्या में मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव मतदान हो रहे हैं। ऐसे में PM मोदी का महाकुंभ में पहुंचना कई सवाल उठा रहा है। क्या PM मोदी का संगम में स्नान इन चुनाव पर कोई प्रभाव डालेगा या यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन है?
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi to shortly take a holy dip at Triveni Sangam in Prayagraj, Uttar Pradesh
(Source: ANI/DD) #KumbhOfTogetherness pic.twitter.com/3F2guB1ElQ
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) February 5, 2025
मोदी का महाकुंभ में संयोग या राजनीतिक प्रयोग
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संगम में स्नान करने के लिए प्रयागराज पहुंचे, लेकिन उनके इस आयोजन को लेकर विपक्षी दलों की चिंता बढ़ गई है। विपक्ष का कहना है कि यह स्नान एक राजनीतिक रणनीति है। इससे PM मोदी की छवि वोटरों पर असर डालेगी। महाकुंभ में मोदी की उपस्थिति और संगम में स्नान के फोटो सोशल मीडिया और मीडिया में छाए रहेंगे। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या मोदी की धार्मिक छवि मतदाताओं को प्रभावित कर सकता है?
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर क्या होगा असर?
दिल्ली में 1.55 करोड़ मतदाता आज अपनी अगली सरकार चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इस बीच PM मोदी का महाकुंभ में स्नान और उनके धार्मिक आयोजन दिल्ली के मतदाताओं पर क्या असर डालेंगे, यह एक बड़ा सवाल है? क्या मोदी की धार्मिक छवि से दिल्ली का वोटर प्रभावित होगा। वहीं विपक्ष का कहना हैं कि यह वोटरों को लुभाने का तरीका है। भाजपा हमेशा से धर्म की राजनीति करती आई है।
क्या मिल्कीपुर के मतदाता होंगे प्रभावित?
दिल्ली के अलावा अयोध्या के मिल्कीपुर उपचुनाव पर भी PM मोदी के महाकुंभ दौरे का असर हो सकता है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में अयोध्या की सीट हारने के बाद विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के लिए नाक का सवाल बन गई है। यहां सपा और भाजपा में सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। ऐसे में PM मोदी का महाकुंभ में स्नान और अवध क्षेत्र में होना मतदाताओं को प्रभावित करेगा?
राजनीति में सही समय की अहमियत
राजनीति में समय की रणनीति बेहद महत्वपूर्ण होती है। जब PM मोदी महाकुंभ में होंगे तो उस समय मीडिया और जनता का ध्यान रहेगा। इस समय को देखते हुए कई राजनीतिक विशेषज्ञ इसे एक मास्टरस्ट्रोक मानते हैं। इस चुनावी माहौल में PM मोदी के महाकुंभ में स्नान को लेकर विपक्षी दल लगातार सवाल उठा रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या मोदी की धार्मिक छवि का असर दिल्ली और मिल्कीपुर के चुनावी परिणामों पर पड़ता है या नहीं?