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Skipping Breakfast Vs Dinner: वजन कम करने के लिए सुबह का नाश्ता या रात का खाना क्या छोड़ना सही? जानें एक्सपर्ट की राय

Skipping Breakfast Vs Dinner: अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं और इसके लिए उपवास के तरीके को चुनते हैं, तो इसके लिए सुबह का नाश्ता या रात के खाने में से किसे  छोड़ना बेहतर हो सकता है। इसके लिए एक्सपर्ट क्या कहते हैं?

Edited By : Shivani Jha | Updated: Dec 10, 2024 15:44
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Skipping Breakfast Vs Dinner
Skipping Breakfast Vs Dinner

Skipping Breakfast Vs Dinner: कई लोग अपना वजन कंट्रोल करने के लिए कई तरह के उपवास को चुनते हैं। कुछ लोग पूरे दिन भूखे रहते हैं, तो एक समय के खाना छोड़ देते है, लेकिन क्या आपको पता है कि वजन कंट्रोल करने के लिए कौन सा तरीका आपके लिए बेहतर हो सकता है। ऐसे में आपको आपना डिनर स्किप करना चाहिए या फिर ब्रेकफास्ट। उपवास का समय शरीर को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि नाश्ता छोड़ने से दिन की बेहतरीन शुरुआत होती है, जबकि अन्य लोग रात के समय की क्रेविंग से बचने और बेहतर नींद के लिए रात का खाना छोड़ते हैं। आइए जानते हैं कि इसे लेकर एक्सपर्ट क्या कहते हैं?

क्या कहती हैं हेल्थ एक्सपर्ट

कंसल्टेंट डाइटीशियन कनिका मल्होत्रा, बताती हैं कि शारीरिक दृष्टिकोण से, नाश्ता और रात का खाना छोड़ने से मेटाबॉलिज्म पर शरीर के अनुसार अलग-अलग प्रभाव पड़ते हैं। नाश्ता छोड़ने से शरीर की सुबह की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया बाधित होती है, जिससे इंसुलिन पर प्रभाव पड़ता है। साथ ही एनर्जी कम होती है और मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। ये आपके खाने को भी ट्रिगर करता है और कॉग्निटिव फंक्शन  ख़राब कर सकता है।

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डाइटीशियन का कहना है कि रात का खाना न खाने से रात भर उपवास की अवधि बढ़ सकती है, जिससे हो सकता है कि मेटाबोलिज्म ऑटोफैगी और इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ सकती है। ये शाम की एनर्जी कम करने, नींद के हार्मोन को बाधित करने और संभावित रूप से मांसपेशियों की समस्या का कारण बन सकता है। वह आगे बताती हैं कि नाश्ता छोड़ने से रात का खाना छोड़ने की तुलना में अधिक नेगेटिव परिणाम होते हैं, जिसके कारण मेटाबोलिज्म प्रोग्रामिंग और शरीर की एनर्जी पर पड़ता है।

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उपवास का समय

उपवास का समय फैट ऑक्सीकरण और ग्लाइसेमिक को प्रभावित कर सकता है। डाइटीशियन कहती हैं कि सुबह का उपवास आमतौर पर तब होता है जब ग्लाइकोजन खत्म हो जाता है, जिससे संभावित रूप से फैट बर्न और इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ सकती है। शरीर का सुबह का हार्मोनल वातावरण, जो हाई कोर्टिसोल और बढ़ते हार्मोन की खासियत है, ये लिपोलिसिस को कंट्रोल करते हैं।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Edited By

Shivani Jha

First published on: Dec 10, 2024 03:43 PM

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