Kitchen Tips: हर किसी की रसोई में खाने-पीने का सामान और किचन में यूज होने वाले औजार मौजूद होते हैं। इन चीजों का इस्तेमाल खाना पकाने के काम में किया जाता है। रसोई घर के सामानों की शेल्फ लाइफ ज्यादा नहीं होती है, लेकिन किस सामान को कब तक रखना है, इस बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते। अक्सर लोग सामान के मामले में सिर्फ सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों को रिप्लेस कर देते हैं। रसोई घर में और भी ऐसी कई चीजें होती हैं जो समय पर बदलनी जरूरी होती हैं। हम आपको ऐसे ही कुछ सामानों की लिस्ट आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
इन 7 चीजों को समय-समय पर बदल देना चाहिए
मसाले और जड़ी बूटियां
रसोई में मसाले तो सभी के होते हैं, मगर कितने दिनों तक? अक्सर लोग एकसाथ ज्यादा मात्रा में मसाले खरीदकर अपनी किचन रैक्स में स्टोर कर देते हैं, खासतौर पर साबुत मसाले। पाउडर मसालों को एक्सपायरी डेट के बाद यूज नहीं करना चाहिए। अगर सूखे साबुत मसाले खुले हों, तो उनकी महक खत्म होने के बाद उन्हें भी रसोई से हटा दें।
रसोई के टॉवल
हम लोग अपने किचन में हैंड क्लॉथ भी रखते हैं। इस कपड़े का काम साफ-सफाई में आता है या फिर गर्म बर्तनों को पकड़ने के लिए। इस कपड़े का ज्यादा समय तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पुराना होने के बाद इन कपड़ों में कीटाणु बन जाते हैं, जो हाथों, बर्तनों या खाने के जरिए शरीर में जा सकते हैं। इन कपड़ों को आप 4-5 महीने में बदल सकते हैं।
नॉन स्टिक पैन
खाना बनाने में कम समय और साफ करने में आसान। नॉन स्टिक पैन इस काम में माहिर होता है। ये रसोई के काम को आसान बना देता है, मगर समय के साथ एक ही बर्तन का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से इसकी कोटिंग निकलने लगती है। इसके बाद ये बर्तन खाना बनाने लायक नहीं होते हैं। इन बर्तनों से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
ये भी पढ़ें- Breast Cancer: टीनएजर्स में ब्रेस्ट कैंसर होने पर दिखते हैं ये लक्षण, समय रहते हो जाएं सतर्क
कटिंग-चॉपिंग बोर्ड
किचन में सब्जी और फल काटने के लिए एक टूल यूज किया जाता है। इस पर सब्जियां आसानी से कट जाती हैं। हालांकि, ये बोर्ड्स जल्दी खराब नहीं होते हैं, लेकिन इनकी शेल्फ लाइफ 1 साल से ज्यादा की नहीं है। इसलिए इन्हें भी समय-समय पर बदल देना चाहिए।
प्लास्टिक कंटेनर
ऐसे कंटेनरों का रसोई घरों में भंडार होता है। हम इन डिब्बों में किचन का बचा हर सामान रखते हैं, फिर चाहे वो बची हुई सब्जी हो या काटकर रखी हुई। वैसे प्लास्टिक का इस्तेमाल रसोई में बिल्कुल फायदेमंद नहीं माना जाता, लेकिन फिर भी इंडियन किचन में ऐसे डिब्बे दिख ही जाते हैं। कोशिश करें कि इन डिब्बों का 2 से ज्यादा बार इस्तेमाल न किया जाए।
बर्तन साफ करने वाले स्पंज
ये स्पंज रसोई की महत्वपूर्ण चीजों में शामिल हैं। इससे हम झूठे बर्तनों को साफ करते हैं या किचन के काउंटरटॉप तथा गैस चूल्हे को साफ करते हैं। इसलिए इसमें बैक्टीरिया होना लाजमी है। इन स्पंजों में कुछ समय बाद बदबू भी आने लगती है। इसे हर 2 हफ्तों में बदल देना चाहिए।
सिलिकॉन स्पैटुला
यह खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक बर्तन है। इसका काम खाने को मिलाने, खुरचने जैसी कई चीजों में होता है। ये सिलिकॉन स्पैटुला रासायनिक पदार्थों से बनाए जाते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। इन्हें भी समय-समय पर बदल देना चाहिए।
ये भी पढ़ें- बारिश में ट्रेकिंग का है अलग मजा, निमरत कौर से जानें ये खास टिप्स, यादगार बन जाएगी ट्रिप