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Heart Disease: दिल की तेज धड़कन इन 3 बीमारियों का संकेत, कहीं आप तो Heart Disease का शिकार नहीं

Heart Disease: अगर आपकी भी अचानक दिल की धड़कन तेज हो गई है, तो इसके कई गंभीर कारण हो सकते हैं। यहां तक की आपकी जान भी जा सकती हैं। 

Edited By : Shivani Jha | Updated: Dec 17, 2024 15:12
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Heart Disease
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Heart Disease: आजकल की खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से कई बार हमारा हार्ट कमजोर हो जाता है। टैचीकार्डिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें असामान्य रूप से दिल की धड़कन तेज हो जाती  है। आमतौर पर वयस्कों में प्रति मिनट 100 से ज्यादा दिल की धड़कन होती है। जबकि टैचीकार्डिया को अक्सर इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी (IP) से जोड़ा जाता है, लेकिन सभी मामले ये पूरी तरह से ईपी से संबंधित नहीं होते हैं। ईपी की समस्याएं हार्ट  इलेक्ट्रिक कनेक्शन सिस्टम  में असामान्यताओं से पैदा होती है, जो दिल की धड़कन को कंट्रोल करती है। हालांकि, टैचीकार्डिया गैर-इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी कारकों के कारण हो सकता है। आइए जानते हैं कि इसके और क्या-क्या कारण हो सकते हैं।

इलेक्ट्रोलाइट अनबैलेंस

असामान्य पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम या सोडियम के लेवल के बढने के कारण इलेक्ट्रोलाइट अनबैलेंोस हो सकता है। इलेक्ट्रोलाइट्स हार्ट के इलेक्ट्रिक कनेक्शन सिस्टम की स्थिरता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। अनबैलेंस  QT अंतराल को लम्बा खींच सकता है या एक्टोपिक धड़कनों को बढ़ा सकता है। उदाहरण के लिए हाइपोकैलिमिया टॉर्सेडेस डी पॉइंट्स को जन्म दे सकता है, जो पॉलीमोरफिक वीटी का एक प्रकार है।

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स्ट्रक्चरल हार्ट डिजीज

स्ट्रक्चर हार्ट डिजीज हार्ट की मांसपेशियों की शारीरिक रचना में बदलाव या घाव के कारण होता है। कार्डियोमायोपैथी, वाल्वुलर हार्ट डिजीज या जन्मजात असामान्यताएं जैसी स्थितियां इलेक्ट्रिकल सिस्टम को रोकता है। उदाहरण के लिए  हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी वीटी या अचानक दिल की धड़कन रुकने जैसी जानलेवा स्थिति पैदा कर सकती है।

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जेनेटिक डिसऑर्डर

जेनेटिक डिसऑर्डर हार्ट के आयन चैनल्स या स्ट्रक्चरल प्रोटीन में वंशानुगत बदलाव के कारण होता है। लॉन्ग क्यूटी सिंड्रोम (एलक्यूटीएस) और ब्रुगाडा सिंड्रोम जैसे आनुवंशिक सिंड्रोम व्यक्तियों को जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकता है। उदाहरण के लिए एलक्यूटीएस की विशेषता लंबा क्यूटी अंतराल है, जिससे वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन का खतरा रहता है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Edited By

Shivani Jha

First published on: Dec 17, 2024 02:33 PM

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